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गरियाबंद जिले के उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व से वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक सुखद खबर सामने आई है। जंगल में लगाए गए ट्रैप कैमरे में एक मादा भालू अपने दो नन्हे शावकों के साथ नजर आई, जो उसकी पीठ पर सवार थे। यह दुर्लभ और मनमोहक दृश्य वन्यजीव संरक्षण के सकारात्मक प्रयासों का परिणाम माना जा रहा है।
इस बारे में जानकारी देते हुए DFO वरुण जैन ने बताया कि विभाग की सतत निगरानी और संरक्षण कार्यों का असर अब वन्यजीवों की संख्या और उनकी प्राकृतिक गतिविधियों में साफ नजर आ रहा है। वे लगातार वन्य प्राणियों की सुरक्षा, रहवास संरक्षण और संवेदनशील इलाकों की निगरानी में जुटे हुए हैं,इस क्षेत्र में भालुओं के लिए भरपूर प्राकृतिक आहार उपलब्ध है। जंगल में शहद, मधुमक्खियों के छत्ते, दीमक, टेंंदू फल और बाँबी जैसे तत्व बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं, जो भालुओं के प्रमुख भोजन हैं। भालू इन्हें बड़े चाव से खाते हैं। यही वजह है कि वे जंगल में ही रह रहे हैं और टाइगर रिजर्व के आबादी वाले क्षेत्रों में जाने की घटनाएं काफी कम हो गई हैं।