Mock Drill in India: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के 244 जिलों में 7 मई को मॉक ड्रिल करने का आदेश दिया है।.
किसे कहते है मॉक ड्रिल?
मॉक ड्रिल एक तरह का अभ्यास है, जिस दौरान लोगों को आपात स्थिति के लिए तैयार कराया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को आग, भूकंप, चिकित्सा जैसी आपात स्थिति या आतंकवादी हमलों के लिए तैयार करना है। मॉक ड्रिल के दौरान ये देखा जाता है कि आपात स्थिति के दौरान लोगों की प्रतिक्रिया कैसी रहने वाली है।
मॉक ड्रिल के दौरान रेडियो संचार, हवाई हमले की चेतावनी सिस्टम, नियंत्रण कक्ष की कार्य प्रणाली आदि नागरिक सुरक्षा के लिए प्रभावशील परीक्षण कराया जा सके।
मॉक ड्रिल के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
244 जिलों के 259 संवेदनशील जगहों के प्रमुख प्रशासनिक भवनों, महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालयों और इमारतों में, पुलिस मुख्यालयों में, फायर स्टेशन में, सैन्य ठिकानों में, भीड़-भाड़ वाले इलाके में सायरन लगाया जा सकता है।
सायरन बजने के दौरान क्या करें?
मॉक ड्रिल के दौरान सायरन बजने पर सुरक्षित स्थानों पर जाएं, शांति बनाए रखे, टीवी-रेडियो और सरकारी अलर्ट्स पर ध्यान दें। अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों को मानें।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दौरान 26 लोग मारे गए थे। जिसमें से ज्यादातर पर्यटक थे। जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस हमले के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना की प्रभावी प्रतिक्रिया देने की बात कही है।