गरियाबंद | विशेष
उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के इको सेंटर कोयबा में एक दिवसीय वन्यजीव गणना प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के फील्ड बायोलॉजिस्ट अनिल दशहरे ने लगभग 150 फील्ड स्टाफ को बाघ, तेंदुआ, हाथी, गौर जैसे वन्यजीवों की गणना, उनकी उपस्थिति के संकेतों—पगमार्क, मल, ट्रैप कैमरा आदि के आधार पर आंकलन करने का प्रशिक्षण दिया।
प्रशिक्षण का उद्देश्य जंगल में गश्त के दौरान जानवरों की पहचान और उनकी सटीक उपस्थिति दर्ज करना था। यह कार्यक्रम खास तौर पर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि एनटीसीए ने हाल ही में उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व को मध्यप्रदेश से 2 मादा और 1 नर बाघ लाने की अनुमति दी है।
10 दिन पहले रिजर्व क्षेत्र में बाघ के दो पगमार्क और मवेशियों के शिकार के निशान मिलने के बाद से इलाके में सक्रियता बढ़ा दी गई है। बाघ की लगातार ट्रैकिंग की जा रही है और फील्ड स्टाफ को अधिक सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में उप निदेशक वरुण जैन, एसडीओ गोपाल कश्यप, रेंजर डीएन सोनी, प्रतिभा मेशराम, शैलेश बघेल, अमर सिंह ठाकुर, केजूराम कोरचे, सुशील सागर, चंद्रबली ध्रुव, तथा कंप्यूटर ऑपरेटर लाल बहादुर भीलेपरिया समेत पेट्रोलिंग स्टाफ मौजूद रहे।