राजनांदगांव। CG NEWS : धमतरी जिले में पुलिस हिरासत में अपने बेटे की मौत के बाद उसके लिए न्याय की मांग करते बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी और बच्चियां भटक रहे है। आज कलेक्टर के माध्यम से राज्यपाल, मुख्यमंत्री और गृहमंत्री, आईजी के नाम ज्ञापन देकर उन्होने न्याय दिलाने की मांग की है और न्याय नहीं मिलने पर परिवार सहित सामूहिक आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।
बीते 31 मार्च को राजनांदगांव के ग्राम भंवरमरा निवासी दुर्गेन्द्र कठौलिया की पुलिस अभिरक्षा में मौत हो गई थी। लगभग ढेड़ माह बाद भी जांच कार्रवाई पूरी नहीं होने को लेकर मृतक के परिजनों ने मामले को दबाने का आरोप लगाया है । मृतक के पिता लक्ष्मण सिंह कठौलिया ने कहा कि उनके पुत्र को पूछताछ के नाम पर इतना प्रताड़ित व मार-पिट किया गया कि पुलिस अभिरक्षा में मृत्यु हो गई। मृत्युउपरांत उसे जिला चिकित्सालय धमतरी ले जाया गया । मृत्यु की जानकारी पुलिस ने दूसरे दिन सुबह लगभग 7 बजे दी। मृतक के पिता ने बताया कि जब उन्होने अपने बेटे का शव देखा तो उसका हाथ कांधे से टूटा हुआ था, पसलियां टूटी थी, पैर टूटा था । शरीर में 25 जगहों पर गंभीर चोंट के निशान थे । मृतक की पत्नी दुर्गा कठौलिया ने कहा कि अभी तक पीएम रिपोर्ट भी नहीं दी गई है, वहीं किसी भी प्रकार की जानकारी धमतरी जिले में नहीं दी जा रही है। इसके लिए वह यहां राजनांदगांव में ही आवेदन कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि उनके पति घर के अकेले कमाने वाले थे अब परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है । उन्होंने शासन -प्रशासन से न्याय दिलाने की मांग की है । मृतक के परिजनों ने कहा कि कांग्रेस के सात सदस्यीय विधायकों की टीम विधायक गुण्डरदेही कुंवर सिंह निषाद के नेतृत्व में मामले की जांच के लिए आई थी । लेकिन एक माह गुजर जाने के बाद भी नतीजा शुन्य ही रहा। पीड़ित परिजनों ने कहा कि 15 दिवस के भीतर जांच पूरी करते हुए थाना प्रभारी शन्नी दुबे के विरूद्ध हत्या का मामला पंजीबद्ध किया जाए वहीं 10 करोड़ रूपये मुआवजा राशि प्रदान किया जावे। अन्यथा 15 दिवस पश्चात् परिजनों द्वारा क्रमिक भूख हड़ताल फिर आमरण अनशन और फिर आत्मदाह करने के लिए विवश होना पड़ेगा ।
CG NEWS : न्याय नहीं मिलने पर मृतक के परिजनों ने दी आत्मदाह की चेतावनी
