नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव अपने चरम पर रहा, जब दोनों देशों के बीच 86 घंटे तक चला सीमाई युद्ध शनिवार शाम 5 बजे संघर्षविराम पर समाप्त हुआ। हालांकि, शांति बहाल होने की उम्मीद पर पाकिस्तान ने एक बार फिर पानी फेर दिया। मात्र तीन घंटे के भीतर ही पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के विभिन्न सीमावर्ती क्षेत्रों में संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए भारी गोलाबारी की गई।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने अखनूर, राजौरी और आरएसपुरा अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर तोपखाने से अंधाधुंध फायरिंग की। वहीं, कश्मीर के बारामूला जिले में एक संदिग्ध ड्रोन की सहायता से हमला किया गया, जिसमें तेज धमाके की आवाज सुनी गई। बारामूला में सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
जम्मू के पलनवाला सेक्टर में भी पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया। इस पर भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए बीएसएफ और सेना को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी उकसावे का मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। इसी क्रम में भारतीय सुरक्षाबलों ने पलटवार कर पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया है।
उत्तरी कमान की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के पोकरण इलाके में भी पाकिस्तान की ओर से लगातार ड्रोन देखे जा रहे हैं। हालांकि, भारतीय डिफेंस सिस्टम सतर्क है और इन ड्रोनों को समय रहते नष्ट किया जा रहा है।
इन घटनाओं के चलते जम्मू, बारामूला और श्रीनगर के कई हिस्सों में एहतियातन ब्लैकआउट कर दिया गया है। बिजली गुल कर दी गई है ताकि रात के अंधेरे में सैन्य गतिविधियों को ढंकने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सैन्य सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की यह कार्रवाई एक सुनियोजित उकसावे का हिस्सा हो सकती है, जिसका उद्देश्य भारत की सुरक्षा स्थिति को अस्थर करना है।