कानपुर। Hair Transplant Side Effects : उत्तर प्रदेश में हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया के दौरान एक और दुखद घटना सामने आई है, जहां 32 वर्षीय इंजीनियर की मौत हो गई। यह घटना केशवनगर की क्लिनिक में हुई, जहां पहले भी एक अन्य इंजीनियर, की मार्च 2025 में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद मौत हो चुकी थी। दोनों मामलों में एक ही डॉक्टर, पर लापरवाही का आरोप है, जो अब फरार बताई जा रही है।
क्या हुआ था इनके साथ?
इंजीनियर ने 18 नवंबर 2024 को इंपायर क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। प्रक्रिया के दौरान इंजेक्शन लगाने के बाद उनके चेहरे पर गंभीर सूजन और इंफेक्शन देखा गया। हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 24 घंटे के भीतर उनकी मृत्यु हो गई। इंजीनियर की मां ने बताया कि उनके बेटे ने उनके सामने दम तोड़ा। परिवार ने पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया था, लेकिन विनीत दुबे की मौत की खबर और उस डॉ. अनुष्का तिवारी पर दर्ज FIR के बाद उन्होंने अपनी शिकायत सामने लाने का फैसला किया।
सहायक अभियंता का मामला इससे पहले, 37 वर्षीय सहायक अभियंता की भी इसी क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद मार्च 2025 में मृत्यु हो गई थी। उनकी पत्नी, ने डॉक्टर डॉ. अनुष्का तिवारी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 106(1) के तहत मामला दर्ज कराया। शिकायत में कहा गया कि बिना उचित जांच और मेडिकल परामर्श के प्रक्रिया की गई, जिसके कारण इंफेक्शन और सूजन से उनकी मौत हुई।
डॉक्टर फरार, क्लिनिक बंद दोनों घटनाओं के बाद डॉ. ने कथित तौर पर क्लिनिक का साइनबोर्ड हटा लिया और फरार हो गई। इंपायर क्लिनिक, जो केशवनगर में एक चार मंजिला इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित है, अब बंद है। पुलिस ने डॉक्टर की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है और क्लिनिक के मेडिकल प्रोटोकॉल की जांच कर रही है।
हेयर ट्रांसप्लांट के खतरे
ये मामले हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया से जुड़े जोखिमों को उजागर करते हैं, खासकर जब इसे गैर-जिम्मेदार या अप्रशिक्षित हाथों द्वारा किया जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, हेयर ट्रांसप्लांट में इंफेक्शन, अनुचित हेयरलाइन, स्कैल्प में दर्द, या गंभीर मामलों में मृत्यु तक हो सकती है, अगर प्रक्रिया सही तरीके से नहीं की जाए। स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इस तरह की प्रक्रिया से पहले क्लिनिक और डॉक्टर की विश्वसनीयता की पूरी जांच करनी चाहिए।
पुलिस और प्रशासन का रुख
रावतपुर पुलिस ने दोनों मामलों में जांच तेज कर दी है। कल्यानपुर के पुलिस ने उन लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिन्होंने विनीत दुबे को डॉक्टर से मिलवाया था। मृतक इंजीनियर के मामले में भी पुलिस ने शिकायत दर्ज की है और जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है।
सार्वजनिक जागरूकता की जरूरत
ये घटनाएं कॉस्मेटिक सर्जरी, खासकर हेयर ट्रांसप्लांट, से पहले सावधानी बरतने की जरूरत को रेखांकित करती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मरीजों को लाइसेंस्ड और अनुभवी डॉक्टरों से ही ऐसी प्रक्रियाएं करानी चाहिए और किसी भी सर्जरी से पहले पूरी मेडिकल जांच अनिवार्य है।
कानपुर की इन घटनाओं ने न केवल मेडिकल लापरवाही के मुद्दे को उठाया है, बल्कि कॉस्मेटिक प्रक्रियाओं के बढ़ते चलन और उनके खतरों पर भी सवाल खड़े किए हैं। पुलिस और प्रशासन से लोगों को उम्मीद है कि दोषियों को जल्द सजा मिलेगी और भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं होंगी।