trade war :भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापारिक विवाद में, भारत ने कोलकाता और मुंबई बंदरगाहों के माध्यम से बांग्लादेश से परिधान आयात पर रोक लगा दी। जवाब में, बांग्लादेश ने भी भारत के साथ कुछ स्थल बंदरगाहों को बंद कर दिया,
एक ट्रेड वॉर तो अमेरिका और चीन के बीच चल रहा है लेकिन इसके साथ ही दक्षिण एशिया में भी एक छोटा सा ट्रेड वॉर दो पड़ोसी देशों के बीच चल रहा है। ये देश हैं भारत और बांग्लादेश।
पिछले दिनों भारत ने अपने एयरपोर्ट और बंदरगाहों से बांग्लादेशी सामानों के निर्यात की दी गई सुविधा खत्म कर दी थी। इससे दोनों देशों के तनावपूर्ण रिश्तों में और तनाव घुल गया है। लेकिन भारत ने यह कदम मनमाने तरीके से नहीं उठाया बल्कि बांग्लादेश की तरफ भारत के आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए उठाए गए तीन कदमों के बाद उठाया।
बांग्लादेश को लगेगा बड़ा झटका
बांग्लादेश ना सिर्फ चीन की कंपनियों को भारत से जुड़ी सीमा पर आर्थिक क्षेत्र बनाने के लिए आमंत्रित कर रहा है बल्कि भारतीय आयात को प्रभावित करने के लिए कदम उठा रहा है। मोहम्मद युनुस की सरकार की तरफ से उठाए जाने वाले इन कदमों से बांग्लादेश को ही ज्यादा आर्थिक कीमत चुकानी पड़ सकती है।
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भारत ने बांग्लादेश से कोलकाता और मुंबई बंदरगाहों के माध्यम से परिधान आयात पर प्रतिबंध लगा दिया, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया.
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बांग्लादेश का जवाब:बांग्लादेश ने भारत के साथ कुछ स्थल बंदरगाहों को बंद कर दिया, जो कि भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को बाधित करने के लिए एक जवाबी कदम था.
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विवाद का कारण:यह विवाद भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापारिक संबंधों में जारी तनाव का हिस्सा है, जिसमें कुछ लोग मानते हैं कि भारत ने बांग्लादेश के साथ पारगमन सुविधा को बंद करके इस स्थिति को और बढ़ाया है,
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अन्य पहलू:कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि बांग्लादेश ने भारत से धागे (सूत) के आयात पर भी रोक लगा दी है, यह कदम बांग्लादेश के कपड़ा उद्योग की स्थानीय निर्माताओं को होने वाले नुकसान के कारण उठाया गया था, जिससे भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापारिक संबंध और खराब हो गए हैं।
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परिणाम:इस स्थिति से दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग और मुश्किल हो गया है,
आप भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार के बारे में और जानकारी के लिए इस वीडियो को देख सकते हैं: