गरियाबंद। CG : छत्तीसगढ़ गरियाबंद जिले के राजिम से बड़ी खबर है छत्तीसगढ़ के राजिम से, जहां साइबर ठगी के खतरनाक खेल का पर्दाफाश हुआ है! बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सात खाताधारकों ने अपने बैंक खाते साइबर ठगों को किराए पर देकर करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया। राजिम पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए सात खाताधारकों और तीन ब्रोकरों, कुल दस लोगों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है। यह पूरा मामला राजिम थाना क्षेत्र का है, और इस खुलासे ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। आइए, आपको बताते हैं इस सनसनीखेज
मामले की पूरी कहानी!
भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा संचालित समन्वय पोर्टल के जरिए राजिम पुलिस को एक बड़ी सूचना मिली। पता चला कि राजिम स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र की शाखा के सात बैंक खातों में 30 मई 2024 से 17 मार्च 2025 तक देश के अलग-अलग राज्यों में साइबर ठगी से लूटी गई भारी-भरकम रकम जमा की गई। इन खातों में कुल 4 करोड़ 16 लाख 96 हजार 238 रुपये की अवैध राशि ट्रांसफर की गई। यह रकम ऑनलाइन ठगी का हिस्सा थी, जिसमें लोगों को निवेश, नौकरी, या अन्य लालच देकर ठगा गया।
पुलिस की जांच में सामने आया कि ये सात खाताधारक अपने खातों को जानबूझकर साइबर ठगों को किराए पर दे रहे थे। ये खाते ठगी की रकम को जमा करने और उसे आगे ट्रांसफर करने के लिए इस्तेमाल हो रहे थे। इतना ही नहीं, इन खातों में कई बार ठगी की रकम जमा की गई, जिससे साफ है कि यह एक सोचा-समझा षड्यंत्र था। इन खाताधारकों के साथ तीन ब्रोकर भी शामिल थे, जो ठगों और खाताधारकों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे थे।
राजिम पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और तकनीकी जांच के आधार पर सभी सात खाताधारकों और तीन ब्रोकरों को धर दबोचा। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे कमीशन के लालच में इस गोरखधंधे में शामिल थे। पुलिस ने इनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4) (धोखाधड़ी), 3(5) (साझा इरादा), और आईटी एक्ट की धारा 66(सी) के तहत मामला दर्ज किया। सभी दस आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
अतिरिक्त जानकारी:
•पुलिस ने इन खातों से जुड़े मोबाइल नंबर और एटीएम कार्ड भी जब्त किए हैं।
•जांच में पता चला कि ठगी की रकम को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेशी ठगों तक पहुंचाया जा रहा था।
•राजिम पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
पुलिस की अपील:
राजिम थाना प्रभारी ने जनता से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति अपने बैंक खाते को किराए पर न दे। साइबर ठग अक्सर छोटे-मोटे लालच देकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। अगर कोई संदिग्ध कॉल या लिंक मिले, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।
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यह मामला साइबर ठगी के बढ़ते खतरे की एक बड़ी मिसाल है। राजिम पुलिस की इस कार्रवाई ने न सिर्फ ठगों के मंसूबों पर पानी फेरा, बल्कि यह भी साबित किया कि कानून का शिकंजा हर अपराधी तक पहुंचेगा। हमारी सलाह है कि आप भी सतर्क रहें, अपने बैंक खाते की जानकारी किसी के साथ साझा न करें, और साइबर ठगी से बचें।