Condom vending machine controversy : हरियाणा के सोनीपत में स्थित अशोका यूनिवर्सिटी एक नए विवाद के केंद्र में है। हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने यूनिवर्सिटी परिसर में कॉन्डोम वेंडिंग मशीन होने का दावा किया है, जिसे उन्होंने “शर्मनाक” करार देते हुए कड़ा विरोध जताया। यह मुद्दा तब और गरमा गया जब यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विवादित टिप्पणी के लिए गिरफ्तारी हुई, जिसने राजनीतिक और सामाजिक माहौल को और तनावपूर्ण बना दिया।
कॉन्डोम वेंडिंग मशीन का दावा और विवाद रेनू भाटिया ने 20 मई 2025 को मीडिया से बातचीत में कहा कि अशोका यूनिवर्सिटी में कॉन्डोम वेंडिंग मशीनें लगी हैं, जिसके सबूत उनके पास हैं। उन्होंने दावा किया कि यूनिवर्सिटी ने लिखित रूप में इसकी पुष्टि की है। भाटिया ने इसे शैक्षिक संस्थान के लिए अनुचित बताते हुए कहा, “17 साल के बच्चे यहाँ पढ़ने आते हैं। ऐसी मशीनें लगाना शर्मनाक है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सैनेटरी पैड वेंडिंग मशीनें स्वीकार्य हैं, लेकिन कॉन्डोम मशीनों का होना आपत्तिजनक है।
हालांकि, कुछ X पोस्ट्स और स्रोतों ने इस दावे का खंडन किया है। कॉन्डोम वेंडिंग मशीनों की मौजूदगी की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यूनिवर्सिटी के टक शॉप में कॉन्डोम उपलब्ध हैं। यूनिवर्सिटी यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए Committee Against Sexual Harassment (CASH) और Centre for Studies in Gender and Sexuality जैसे कार्यक्रम चलाती है।
प्रोफेसर अली खान की गिरफ्तारी इस विवाद के साथ-साथ, अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की गिरफ्तारी ने मामला और गर्म कर दिया। अली खान पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रेस ब्रीफिंग में शामिल कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। रेनू भाटिया की शिकायत पर पुलिस ने उनके खिलाफ दो FIR दर्ज कीं, जिनमें भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएँ 196, 197, 152, 299, 353, 79, और 169(1) शामिल हैं। 18 मई 2025 को दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया, और 20 मई को सोनीपत कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
रेनू भाटिया ने प्रोफेसर की टिप्पणियों को “देश की बेटियों के खिलाफ अशोभनीय” बताया और यूनिवर्सिटी से उन्हें बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रोफेसर के पूर्वज पाकिस्तान की मुस्लिम लीग को फंडिंग करते थे, और इसकी जाँच खुफिया एजेंसियों को करनी चाहिए।
वैश्विक परिदृश्य और सामाजिक बहस कॉन्डोम वेंडिंग मशीनें कई वैश्विक विश्वविद्यालयों, जैसे यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया और टफ्ट्स यूनिवर्सिटी, में यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए आम हैं। लेकिन भारत में यह मुद्दा सांस्कृतिक और सामाजिक संवेदनशीलता के कारण विवादास्पद बन गया है। कुछ लोग इसे सुरक्षित यौन व्यवहार को प्रोत्साहित करने वाला कदम मानते हैं, जबकि अन्य इसे शैक्षिक संस्थानों के लिए अनुचित और नैतिक पतन का प्रतीक मानते हैं।
यूनिवर्सिटी का रुख अशोका यूनिवर्सिटी ने प्रोफेसर अली खान की टिप्पणियों को उनकी निजी राय बताते हुए कहा कि यह संस्थान के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करता। यूनिवर्सिटी ने सेना का समर्थन करते हुए देश की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों के साथ अपनी एकजुटता जताई। कॉन्डोम वेंडिंग मशीनों पर यूनिवर्सिटी का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
निष्कर्ष अशोका यूनिवर्सिटी में कॉन्डोम वेंडिंग मशीनों और प्रोफेसर की गिरफ्तारी से जुड़ा विवाद सामाजिक, शैक्षिक, और राजनीतिक बहस का विषय बन गया है। रेनू भाटिया की अगुवाई में हरियाणा महिला आयोग इस मामले में सख्त रुख अपनाए हुए है, जबकि सोशल मीडिया पर लोगों की राय बँटी हुई है। इस मुद्दे पर यूनिवर्सिटी के आधिकारिक बयान और तथ्यों की पुष्टि का इंतजार है, जो इस विवाद को स्पष्ट करने में मदद कर सकता है।