CG News : बिलासपुर शहर में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। सिटी बसों का संचालन जहां पहले ही नाममात्र का रह गया था, वहीं अब जो बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं, उनकी स्थिति भी बेहद दयनीय हो चुकी है। हैरानी की बात यह है कि शहर में कुल 40 सिटी बसों में से 11 बसें बिना फिटनेस टेस्ट के ही सड़कों पर दौड़ रही हैं।
इन बसों की हालत इतनी खराब है कि उन्हें ‘कंडम’ कहना भी अतिशयोक्ति नहीं होगी। दरवाजों की फिटिंग, ब्रेक सिस्टम, सीटों की हालत और इंजन की कार्यक्षमता जैसी मूलभूत चीजों में खामी होने के बावजूद, ये बसें धड़ल्ले से चल रही हैं। हर दिन सैकड़ों यात्री इन बसों से सफर करते हैं, जिससे उनकी जान खतरे में पड़ रही है। सिटी बस सेवा की इस बदहाल स्थिति ने प्रशासन और परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस पूरे मामले में परिवहन विभाग की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। सवाल यह है कि आखिर बिना फिटनेस प्रमाणपत्र के बसें सड़कों पर कैसे दौड़ रही हैं? क्या यह किसी मिलीभगत का परिणाम है? अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस गंभीर लापरवाही पर क्या कार्रवाई करता है और कब तक शहरवासियों को सुरक्षित और सुचारु सिटी बस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।