राजनांदगांव। CG : जिले में शनिवार सुबह से हुई बारिश में राजनांदगांव के कृषि उपज मंडी मे खुले आसमान के नीचे रखा किसानों और व्यापारियों का सैकड़ो क्विंटल धान भीग गया। अपने धान की उपज लेकर मंडी पहुंचे किसानों को पहली ही बारिश में काफी नुकसान हुआ है। वहीं कुछ व्यापारियों द्वारा खरीदा गया धान भी भीग गया हैं।
शहर के बसंतपुर स्थित कृषि उपज मंडी में इन दिनों धान की बंपर आवक हो रही है । राजनांदगांव जिले के अलावा आसपास जिलों से भी किसान यहां धान बेचने पहुंचते हैं । जिसके चलते मंडी में टीन शैड के नीचे धान रखने जगह नहीं होने के चलते बड़े पैमाने पर शैड से बाहर सैकड़ो क्विंटल धान रखा हुआ है । आज सुबह हुई बारिश में खुले में रखा सभी धान भीग गया। कृषि उपज मंडी में किसानों के द्वारा बेचने लाये गये धान के अलावा व्यापारियों के द्वारा खरीदा गया धान भी भीग गया। मंडी में कई जगह पानी भरने से धान की बोरियां आधे हिस्से तक डूब गई। सुबह मंडी खुली तो किसानों के भीगे हुए धान की नीलामी नहीं हो पाई ।
जिलेभर में राजनांदगांव मंडी में ही धान खरीदी होती है। वही दुर्ग और बालोद जिले के आसपास से भी किसान यहां धान बेचने आते हैं। किसानों से यहां मंडी शुल्क लिया जाता है। लेकिन उनकी धान की उपज को सुरक्षित रखना के लिए मंडी प्रशासन द्वारा व्यवस्था नहीं की जाती है। जिसकी वजह से आज सुबह बारिश होने पर बड़े पैमाने पर धान भी गया।
दुर्ग जिले से पहुंचे किसान मोहन साहू ने कहा कि यहां किसानों का धान रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षित जगह नहीं है । जिसकी वजह से धान बारिश में भीगा है। वही राजनांदगांव के कुम्हालोरी से पहुंचे किसान शिवकुमार निषाद ने कहा कि एक तो पहले ही कम रेट में धान की खरीदी हो रही है ।
जिससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। ऊपर से बारिश में धान भीग गया है। उन्होंने बताया कि यहां धान 1765 रुपए के आसपास खरीदा जा रहा है। 2000 रुपये क्विंटल तक भी धान की खरीदी होती तो ठीक था। उन्होंने बताया कि वे कल शाम से अपना धान लाए हैं और आज सुबह बारिश होने पर धान को ढकने स्वयं के रुपए खर्च कर तिरपाल बाजार से खरीद कर लाये और धान ढके हैं।