उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व में मॉनिटर लिज़ार्ड के शिकारी की गिरफ्तारी, तीन फरार – थर्मल ड्रोन से इलाके की निगरानी
गरियाबंद। उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व की एंटी-पोचिंग यूनिट ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मॉनिटर लिज़ार्ड के एक शिकारी को गिरफ्तार किया है। साथ ही मौके से तीन अवैध शिकारी अपने शिकारी कुत्तों के साथ फरार हो गए। घटना कोर क्षेत्र के बिर्नासिल्ली परिसर की है, जहां बाघ ट्रैकिंग के दौरान टीम को यह संदिग्ध गतिविधि मिली।
गिरफ्तार आरोपी सूनाराम वल्द समारू कमार के पास से मॉनिटर लिज़ार्ड (अनुसूची-1 प्रजाति) का शव, कुल्हाड़ी और अन्य सामग्री बरामद की गई है। यह कार्रवाई एस.डी.ओ. उदंती श्री गोपाल सिंह कश्यप के नेतृत्व में की गई, जिन्होंने थर्मल ड्रोन की सहायता से क्षेत्र को सैनीटाइज कर हाईडआउट्स को ध्वस्त किया।
22 मई को बाघ की ट्रैकिंग कर रही एंटी पोचिंग यूनिट ने तीन शिकारियों को उनके कुत्तों के साथ देखा, लेकिन वे घने जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले। मौके पर बनाए गए तीन हाईडआउट ध्वस्त कर दिए गए हैं। रात्रि गश्ती के दौरान थर्मल ड्रोन से इलाके की निगरानी जारी है, जिसमें बरनवापारा अभ्यारण्य स्टाफ की भी मदद ली जा रही है।
हालांकि, कार्रवाई के दौरान एस.डी.ओ. सीतानदी की अनुपस्थिति पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, पूर्व में भी फील्ड स्टाफ को वन्यप्राणी अपराधों को नजरअंदाज करने और सप्ताहांत में गश्ती न करने का मौखिक दबाव दिया गया था।
इस कार्रवाई में वन्यप्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धाराओं 9, 27, 29, 31, 50, 51 (1) के अंतर्गत अपराध क्रमांक 06/25 दर्ज किया गया है।
इस ऑपरेशन में नोडल अधिकारी गोपाल सिंह कश्यप, परिक्षेत्र अधिकारी चन्द्रबली ध्रुव, शैलेश बघेल, वन रक्षक राकेश मार्कंडेय, चक्रधर देवांगन एवं पेट्रोलिंग स्टाफ का विशेष योगदान रहा।
पूरे क्षेत्र में अब हाई अलर्ट जारी है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है। वन विभाग ने आमजन से भी सहयोग की अपील की है।