रायपुर। RAIPUR NEWS : शदाणी दरबार में 11 मई को शुरू हुआ ग्रीष्मकालीन बाल संस्कार शिविर 25 मई को भव्य तिरंगा यात्रा और प्रमाण पर वितरण के साथ समाप्त हो गया। दरबार के संत डॉ. युधिष्ठिर लाल की प्रेरणा से चल रहे इस शिविर में बच्चों को प्रतिदिन संवाद सत्रों के माध्यम से नैतिक शिक्षा, आत्मबल, अनुशासन और अध्यात्म से जोड़ने का प्रयास किया गया। शिविर में सिंधी समाज के बच्चों ने भाग लिया और उन्हें सिंधी धर्म से संबंधित रीति-रिवाज, भाषा और धार्मिक गतिविधियों के बारे में बताया गया। वहीं समापन दिवस पर ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए संतश्री ने बच्चों को बताया कि राष्ट्रभक्ति केवल युद्ध नहीं, बल्कि अपने संस्कारों की रक्षा से शुरू होती है।
तिरंगा यात्रा के दौरान ऑपरेशन सिंदूर में का उल्लेख करते हुए देश के वीर जवानों, सैन्य बलों और केंद्र की मोदी सरकार के समर्थन में लगातार तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। इसी क्रम में रायपुर के शदाणी दरबार तीर्थ में ग्रीष्मकालीन बाल संस्कार शिविर के समापन के अवसर पर तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया, इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को नमन किया गया। वहीं जय हिंद जय भारत के नारे लगाए गए।
दरबार तीर्थ के सचिव उदय शदाणी ने बताया कि इस शिविर का उद्देश्य नई पीढ़ी को केवल ज्ञान देना नहीं बल्कि उन्हें जीवन के मूल्यों, व्यवहारिकता और भारतीय संस्कृति से जोड़ना है। यह आयोजन केवल एक शिविर नहीं, बल्कि संस्कारों की पाठशाला बनकर उभरा, जहां भविष्य के नागरिकों को जीवन जीने की दिशा मिली।