गया। BIG NEWS: बिहार के गया जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने न केवल पुलिस प्रशासन बल्कि आम लोगों को भी सन्न कर दिया है। जहां एक ओर देश भर में महिलाएं वट सावित्री पूजा कर अपने पति की लंबी उम्र की कामना कर रही थीं, वहीं दूसरी ओर गया की लखिया देवी ने अपने पति मंटू यादव को तरबूज में जहर देकर मौत के घाट उतार दिया।
यह मामला किसी थ्रिलर फिल्म की पटकथा जैसा लग सकता है, लेकिन हकीकत इससे कहीं ज्यादा खौफनाक है। पुलिस के अनुसार, मामूली घरेलू विवाद के बाद पत्नी ने पति को फोन कर घर बुलाया, प्यार से तरबूज खिलाया… लेकिन उसमें मौत घुली हुई थी।
पीड़ित मंटू यादव ने मरने से पहले खुद बताया कि “लखिया ने तरबूज में कुछ मिलाकर मुझे खिलाया है”। बेचैनी में तड़पते मंटू को अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने कर दिया राज़फाश
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर दिए जाने की पुष्टि हुई है, जिसके बाद पुलिस ने पत्नी लखिया देवी को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उसके माता-पिता को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस का मानना है कि यह हत्या पूर्वनियोजित थी, और इसमें अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं।
जहर, जलन और जनाजा—तीनों एक दिन!
जिस दिन महिलाएं व्रत रखकर अपने पतियों की सलामती की दुआ कर रही थीं, उसी दिन केशापी गांव में एक पति की अर्थी उठी… और जहर की तरबूजी कहानी ने इलाके को सन्न कर दिया।
समाज में उठे सवाल: क्या अब तरबूज भी भरोसे के लायक नहीं?
सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर जबरदस्त प्रतिक्रिया आ रही है। लोग हैरान हैं कि अब झगड़े की परिणति इतनी खतरनाक हो सकती है। कई लोग व्यंग्य में लिख रहे हैं – “अब तो पति समाज को तरबूज भी सोच-समझ कर खाना पड़ेगा!”
डोभी थाना पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। शुरुआती तौर पर यह हत्या घरेलू कलह का परिणाम मानी जा रही है, लेकिन इस तरबूज-कांड के पीछे क्या सचमुच सिर्फ झगड़ा था या कुछ और—इस पर पूरे जिले की निगाहें टिकी हैं।