गरियाबंद-पांडुका। CG: भारतीय जनता पार्टी मंडल गरियाबंद के तत्वावधान में पांडुका नगर में पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर भव्य विचार संगोष्ठी एवं तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साहू भवन चारोंधाम चौक पांडुका में हुआ, जहाँ पुण्यश्लोक अहिल्याबाई के जीवन दर्शन और उनके प्रेरणादायी कार्यों पर वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए भाजपा मंडल अध्यक्ष सुमित पारख ने कहा,
“अहिल्याबाई होल्कर भारतीय संस्कृति और नारी नेतृत्व की सशक्त प्रतीक थीं। उनके कार्य आज भी समाज को दिशा देने वाले हैं। भाजपा उनके योगदान को जन-जन तक पहुँचाने के लिए कृतसंकल्पित है।”
नगर पालिका अध्यक्ष रिखीराम यादव ने कहा,
“अहिल्याबाई ने शासन के साथ-साथ धर्म, संस्कृति और सामाजिक न्याय को भी नया आयाम दिया। उनका जीवन आज के नेताओं के लिए प्रेरणा स्रोत है।”
वरिष्ठ भाजपा नेता आशीष शर्मा ने कहा,
“अहिल्याबाई ने नारी सशक्तिकरण का जो बीज सदियों पहले बोया, वह आज फलित हो रहा है। हम सभी को उनके सिद्धांतों पर चलकर समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुंचाना चाहिए।”
सभापति सुरेन्द्र सोनटेके ने अपने उद्बोधन में कहा,
“अहिल्याबाई का जीवन समाज सेवा और धार्मिक समरसता का उदाहरण है। हमें उनकी तरह लोकहित में कार्य करना चाहिए।”
नगरपालिका सभापति सूरज सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा,
“अहिल्याबाई होल्कर सिर्फ एक शासक नहीं थीं, वे एक युगदृष्टा थीं। उनकी सोच आज भी हमारे प्रशासनिक ढांचे को दिशा देने का कार्य कर रही है। युवाओं को उनके जीवन से सीख लेकर समाज सेवा में आगे आना चाहिए।
तिरंगा यात्रा में गूंजे देशभक्ति के नारे
संगोष्ठी के बाद पांडुका नगर में भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई, जो साहू भवन से शुरू होकर चारों धाम चौक तक नगर भ्रमण करते हुए निकली। यात्रा के दौरान “भारत माता की जय” और “भारतीय सेना ज़िंदाबाद” के नारों से वातावरण देशभक्ति से सराबोर हो गया।
उपस्थित गणमान्य नागरिक
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक और भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से धनराज विश्वकर्मा (मंडल अध्यक्ष बिंद्रानवागढ़), सोहन सिन्हा शिवांगी चतुर्वेदी जिला पंचायत सदस्य , स्निग्धा शर्मा, पारस देवांगन, किशन कांद्रा, गोविंद तिवारी, प्रकाश सोनी,, हेमलता साहू, गायत्री पटेल, वीरेन्द्र साहू, जवाहर शर्मा, गोपाल साहू, कन्हैया चक्रधारी आदि का विशेष योगदान रहा।
कार्यक्रम का समापन वक्ताओं ने सभी नागरिकों से अहिल्याबाई होल्कर के जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की।