गरियाबंद। CG BREAKING: शुक्रवार की सुबह राजधानी रायपुर से निकले दस दोस्तों का कारवां हँसी, मस्ती और खुशियों से भरा था। किसी को क्या पता था कि उनमें से एक की ज़िंदगी की यह आख़िरी सुबह होगी। पिकनिक मनाने गरियाबंद के कुकदा डैम पहुंचे इस ग्रुप की खुशियाँ उस वक्त मातम में बदल गईं, जब 18 साल का आर्यन सिन्हा पानी में डूब गया। दोस्त चीखते-चिल्लाते रह गए, लेकिन आर्यन की साँसें वापस नहीं आईं।
भानपुरी, रायपुर निवासी आर्यन, अपने दोस्तों के साथ पहले गजपल्ला डैम गया था, लेकिन पानी की कमी की वजह से सभी कुकदा डैम चले गए। गर्मी से राहत पाने के लिए सबने पानी में उतरने का फैसला लिया। आर्यन भी मुस्कराते हुए पानी में उतरा… मगर चंद ही मिनटों में वह गहराई में समा गया। दोस्तों की चीख-पुकार सुन डैम किनारे मौजूद कुछ स्थानीय लोग दौड़े, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
सूचना मिलते ही पाण्डुका थाना पुलिस और नगर सेना की बाढ़ बचाव टीम मौके पर पहुंची। गहरे पानी में आधे घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, और फिर बाहर आया आर्यन का निर्जीव शरीर… जिसे देखकर हर किसी की आँखें भर आईं।
आर्यन के दोस्त फूट-फूटकर रो रहे थे। कोई यकीन नहीं कर पा रहा था कि जो चंद घंटे पहले सबके साथ ठहाके लगा रहा था, अब वो सफेद चादर में लिपटा शांत पड़ा है।
आर्यन की मौत ने न सिर्फ उसके परिवार को, बल्कि युवाओं को झकझोर दिया है। वह एक मेहनती और खुशमिजाज युवक था, जो जिंदगी के सपने लेकर आगे बढ़ रहा था। लेकिन नियति को कुछ और ही मंज़ूर था।
यह घटना हमें यह सिखाती है कि प्रकृति के सामने लापरवाही जानलेवा हो सकती है। कुकदा डैम जैसे जलस्रोतों में सुरक्षा उपायों की सख्त ज़रूरत है, ताकि आर्यन जैसे मासूम और सपनों से भरे जीवन यूँ असमय काल की गहराइयों में न समा जाएँ
प्रशासन ने युवाओं को बिना सुरक्षा उपायों के जलाशयों में न उतरने की अपील की है। साथ ही डेम व जलाशयों के आसपास ‘नहाना मना है’ जैसे चेतावनी बोर्ड लगाए जाने की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया गया है।
वायरल हुई तस्वीरें, सोशल मीडिया में संवेदना की लहर
घटना के कुछ ही देर बाद हादसे की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। लोगों ने दुख जताते हुए परिवार को हिम्मत और प्रशासन से जलाशयों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की।