गरियाबंद, 30 मई 2025।
“प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार या रिश्वतखोरी की शिकायत मिली तो संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही तय है।” — ये कड़े शब्द हैं प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री दयालदास बघेल के, जो आज छुरा विकासखंड के ग्राम पोंड में आयोजित समाधान शिविर में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी अभियान “सुशासन तिहार” के तीसरे चरण के अंतर्गत आयोजित इस जिला स्तरीय समाधान शिविर में, पोंड सहित आसपास के ग्रामीणों की बड़ी संख्या में सहभागिता देखने को मिली। ग्रामीणों ने विभागीय समस्याओं को सामने रखा, जिनका मौके पर ही त्वरित निराकरण किया गया।
शिविर में मिला योजनाओं का लाभ, भेंट हुए सामग्री और सम्मान
मंत्री बघेल ने विभागीय स्टॉलों का अवलोकन कर हितग्राहियों से सीधे संवाद किया और कहा कि सरकार की प्राथमिकता योजनाओं का पारदर्शी क्रियान्वयन है। इस दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना, महतारी वंदन योजना, स्वच्छता मिशन, टीबी मुक्त भारत, और मछुआ कल्याण योजनाओं से जुड़े लाभार्थियों को सामग्री और प्रमाण-पत्र वितरित किए गए।
- 5 गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार किट प्रदान कर गोदभराई रस्म,
- 2 शिशुओं का अन्नप्राशन संस्कार,
- टीबी मुक्त भारत और स्वच्छता मिशन में कार्यरत सरपंचों और स्वच्छाग्राहियों का सम्मान,
- ट्रायसिकल, सोलर किट, मछली जाल, आइस बॉक्स, राशन कार्ड आदि का वितरण किया गया।
‘गांव के पास समाधान’: सुशासन तिहार की बड़ी पहल
मंत्री बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा है कि हर ज़रूरतमंद तक सरकारी योजना का लाभ पहुंचे। इसके लिए “गांव के पास समाधान” की सोच के तहत क्लस्टर स्तर पर शिविर लगाए जा रहे हैं, ताकि ग्रामीणों को भटकना न पड़े।
उन्होंने कहा, “पीएम आवास योजना आमजन के लिए है, इसमें रिश्वत की कोई जगह नहीं। किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायत मिली तो सख्त कार्रवाई होगी।”
मंत्री से लेकर अधिकारी तक जुटे रहे सेवा में
शिविर में राजिम विधायक रोहित साहू, भंडारगृह निगम अध्यक्ष चंदूलाल साहू, कलेक्टर बी.एस. उइके, एसपी निखिल राखेचा, सीईओ जी.आर. मरकाम, जनप्रतिनिधि, पंच-सरपंच और सैकड़ों ग्रामीणजन मौजूद रहे।
विधायक रोहित साहू ने राज्य सरकार की “मोदी गारंटी” के तहत चल रही योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि अब शासन की योजनाएं सिर्फ़ फाइलों में नहीं, ज़मीन पर दिख रही हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति की बात दोहराई।