जांजगीर चांपा। CG : जिला के नवागढ़ नगर पंचायत में तालब सौंदर्यीकरण के नाम कर लाखों रुपए की गड़बड़ी का मामला सामने आया है, नगर पंचायत के वर्तमान अध्यक्ष और पार्षदों ने पूर्व अध्यक्ष और सीएमओ पर ठेकेदार से सांठ-गांठ कर गुणवत्ताहीन अधूरे काम के बाद भी लाखों रुपए का भुगतान करने का आरोप लगाया है, और इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है, वही सीएमओ ने इंजीनियर की रिपोर्ट को आधार पर ठेकेदार के भुगतान करने का दावा किया और वर्तमान अध्यक्ष की शिकायत के बाद ठेकेदार को काम सुधारने के निर्देश दिए है, देखिये एक खास रिपोर्ट।
नवागढ़ नगर पंचायत में अब भारतीय जनता पार्टी समर्थित महिला अध्यक्ष ने नगर पंचायत में हुए पुराने कार्य की समीक्षा करना शुरू कर दिया है,,और विकास कार्य की समीक्षा के दौरान बड़ी गड़बड़ी का खुलासा किया है,,अध्यक्ष और भाजपा पार्षदों ने नगर के सबसे बड़े 8 एकड़ के लंकेटर तालाब के सौंदर्यकरण के में भारी गड़बड़ी होने का खुलासा किया है,
अध्यक्ष और पार्षदों ने तालाब पहुंच कर एक करोड़ 49 लाख रुपए के कार्य के गुणवत्ता निर्माण को कैमरा के सामने दिखाया और तालाब के पिचिंग कार्य में गलत पत्थर लगाने और बिना बेस किए लगाने का आरोप लगाया है और जिस कार्य के लिए करोड़ों रुपए की लागत स्वीकृति हुई है उसका निर्माण कराए बिना ही लाखों रुपए की राशि जारी करने का आरोप लगाया है.ठेकेदार तत्कालीन अध्यक्ष और नगर पंचायत के अधिकारियों की सांठगांठ से तालाब खुदाई कर मुरूम की चोरी करने का भी आरोप लगाया है और इस प्रकरण के जांच की मांग की है.
नवागढ़ नगर पंचायत में इससे पहले कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष चुने गए थे,,तत्कालीन अध्यक्ष भुवनेश्वर केशरवानी के कार्यकाल में लंकेटर तालाब के सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए तालाब के गहरीकरण,,पिचिंग,,तालाब के किनारे चेकर टाइल्स लगा सड़क और आकर्षक विद्युत सजावट का कार्य स्वीकृत हुआ था लेकिन अब अध्यक्ष के बदलते ही घोटालों का खुलासा होना शुरू हो गया है,,नगर पंचायत के सीएमओ ने बताया कि इस काम के लिए इंजीनियर के रिपोर्ट के आधार पर 65 लाख रुपए का भुगतान किया गया है,,अभी वर्तमान अध्यक्ष और सदस्यों की शिकायत पर ज्वाइन डायरेक्ट ने जांच शुरू कर दी है और सीएमओ ने गुणवत्ताहीन निर्माण को हटा कर फिर से मानक निर्माण करने के निर्देश दिए है.
नवागढ़ नगर पंचायत में लंकेटर तालाब को सुंदर दिखाने के लिए लाखों रुपए फूंक दिए गए है लेकिन यहां भ्रष्टाचार के अलावा कुछ भी नजर नहीं आ रहा है और नगर पंचायत के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और अधिकारी ठेकेदार की इस गड़बड़ी को पूरा सहयोग कर भुगतान किया है अब इस पर जांच के बाद क्या कारवाई होगी इस पर स्थानीय लोगों के साथ जनप्रतिनिधियों की निगाह टिकी हुई है!