देवभोग। गरियाबंद। CG : बोईरपारा के ग्रामीणों का सब्र आज टूट गया। माहुलकोट पंचायत के अधीन ग्राम बोईरपारा में पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीणों ने सोमवार को नेशनल हाईवे पर उतरकर सड़क जाम कर दिया। बारिश के बावजूद महिलाएं, बुज़ुर्ग और बच्चे खाली बर्तन लेकर एनएच पर बैठ गए, जिससे मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया।
जैसे ही इस घटना की सूचना जिला पंचायत अध्यक्ष गौरीशंकर कश्यप को मिली, उन्होंने देवभोग एसडीएम तुलसीदास को मौके पर भेजा। पीएचई विभाग के अधिकारी भी तत्काल पहुंचे। घंटों चले प्रदर्शन और समझाइश के बाद जिप अध्यक्ष ने गांव के लिए एक नए हैंडपंप की स्वीकृति दी, तब जाकर ग्रामीणों ने रास्ता खाली किया।
पुराने हैंडपंप खराब,
बोईरपारा गांव में 50 से अधिक परिवार रहते हैं, लेकिन दोनों पुराने हैंडपंप खराब पड़े हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने सुशासन तिहार जैसे सरकारी कार्यक्रमों में भी गुहार लगाई थी, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। पानी की किल्लत बढ़ती गई और अंततः ग्रामीणों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा।
स्थानीय प्रशासन ने दी कार्यवाही की आश्वासन
मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि नए हैंडपंप की जल्द स्थापना की जाएगी और खराब पड़े पुराने हैंडपंपों की भी मरम्मत होगी। साथ ही यह भी कहा गया कि ऐसी समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए लंबी योजना बनाई जा रही है।