गरियाबंद। CG: जिले का बहुत छोटा सा गाँव है चरौदा । जहाँ 3. 3. 1993 को बालक हेमन यादव का जन्म हुआ । उसे चित्र बनाने का शौक बचपन से था। पढ़ लिखकर अपने चित्रकला को नई ऊँचाई तक पहुंचाने और परिवार का सहारा बनने का एक सपना देखा था।
लेकिन गरीबी और आर्थिक तंगी के कारण 8 वी पास होने के बाद उसकी पढाई छुट गई । उसे अपना सपना अधूरा लगने लगा। ऐसी विषम परिस्थिति में राष्ट्रपति एवं राज्यपाल पुरस्कृत डाॅ मुन्ना लाल देवदास ने स्वयं के खर्चे से 2008 – 09 में हेमन यादव को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़कर हाईस्कूल तक पढाया। 12 वी बोर्ड बायो ग्रुप में वह प्रथम श्रेणी में पास हुआ।
इस संदर्भ में आगे बताना चाहेंगे कि डाॅ देवदास ने हेमन यादव के सपने को पूरा करने के लिए उसे इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से चित्रकला में डिप्लोमा कोर्स कराया। उसके बाद दो वर्ष डी सी ए कंप्यूटर कोर्स भी दिलाया ।
परिणाम स्वरुप आज छत्तीसगढ़ में हेमन यादव एक सुपर कार्टूनिस्ट के रूप में अपनी नई पहचान बना रहे है। उन्हें बड़े बड़े इवेंटस में आर्डर मिलता है। यह चित्रकला उनके परिवार के पालन पोषण का आधार बन गया है । वे कई प्रकार के हूबहू चित्र बनाने में माहिर है । डाॅ मुन्नालाल देवदास ने हेमन यादव के हुनर को छत्तीसगढ़ के ख्यातिप्राप्त लोगों तक पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभाई।
जिसमें हेमन ने तात्कालीन मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह जी की फोटो पाँच मिनट में बनाकर दिखाया, उसकी चित्रकला से प्रभावित हो कर 50 हजार रुपये की सम्मान राशि मुख्यमंत्री ने दी। इसी तरह छत्तीसगढ़ के प्रथम प्रोटेम स्पीकर राजा महेन्द्र बहादूर सिंह, सांसद चंदूलाल साहू, विधायक संतोष उपाध्याय, एस सी ई आर टी संचालक एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के फोटो बनाने पर प्रशंसा एवं सम्मान राशि प्राप्त हुई। हेमन यादव बेरोजगार युवाओं को भी यह कला सिखाना चाहते हैं । ताकि वे युवा अपने हुनर के दम पर परिवार में बोझ बनकर जीने के बजाय परिवार का बोझ उठाने के काबिल बन सके।
डाॅ देवदास 15 साल के बाद आज उनके घर जाकर उनकी अनेक उपलब्धियों के लिए हेमन यादव उनके माता पिता एवं उनकी पत्नी का सम्मान किया। और परिवार की खुशहाली के लिए मंगलकामना की।
इस अवसर पर हेमन यादव ने राष्ट्रपति पुरस्कृत डाॅ मुन्नालाल देवदास का और राज्यपाल पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षक खोमन सिन्हा का कार्टून चित्र बनाकर भेंट किए और कहा कि डाॅ देवदास मेरे प्रेरणास्त्रोत है ।उनके मार्गदर्शन में ही मेरा सपना साकार हुआ । समाज में सम्मानपूर्वक जीने का मेरा हौसला बढ़ाया । मैं अपनी कला साधना के माध्यम से छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करना चाहता हूँ। निश्चित ही डाॅ मुन्नालाल देवदास समाज के कई जरुरत मंद बच्चों को स्वयं के खर्चे से पढा़कर उन्हें आगे बढ़ाने के काम विगत कई वर्षों से कर रहे हैं।