गरियाबंद। CG NEWS: प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी 05 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाना है। इस संबंध में विगत दिवस कलेक्टर बी एस उईके ने अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने विभिन्न एजेंडों पर चर्चा करते हुए 5 जून से शुरू होने वाले एक पेड़ मां के नाम 2.0 महाअभियान की तैयारियों के निर्देश दिए। अभियान के तहत जिले में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जाएगा।
कलेक्टर ने लगाए जाने वाले पौधों के लक्ष्य एवं समुचित तैयारियों की कार्ययोजना को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही मोर गांव मोर पानी महाअभियान का भी सुचारू क्रियान्वयन के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि राज्य शासन द्वारा मोर गांव मोर पानी महाअभियान का शुभारंभ किया गया है। इस महाअभियान के माध्यम से जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के संबंध में ग्रामीणों में जन जागरूकता का प्रचार-प्रसार कराया जाना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने इस संदर्भ में ग्राम पंचायतों सहित शासकीय भवनों की दीवारों पर एवं अन्य उपयुक्त स्थलों पर जल जागरूकता संबंधी स्लोगन लिखवाने हेतु निर्देशित किया।
कलेक्टर ने विश्व पर्यावरण दिवस के तहत किए जाने वाले कार्यक्रमों अंतर्गत पौधारोपण,
वृक्षारोपण हेतु 10 एकड़ भूमि का चिन्हाकंन, जल संरक्षण के संबंध में चर्चा, जल संरक्षण एवं जल संवर्धन स्वीकृत कार्यो के संबंध में चर्चा, सी एल एफ समूह के द्वारा वृक्षारोपण के संबंध में चर्चा की। साथ ही 05 जून विश्व पर्यावरण दिवस प्रचार प्रसार एवं नर्सरी तैयार कर पौधे की प्रजाति के संबंध में समीक्षा की। उन्होंने किचन गार्डन, बाड़ी के संबंध में चर्चा करते हुए भी आवश्यक निर्देश दिए।
इस दौरान बैठक में डीएफओ लक्ष्मण सिंह, जिला पंचायत सीईओ जी आर मरकाम, एसडीएम सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून, 2025) के अवसर पर पूरे देश में “एक पेड़ माँ के नाम 2.0” अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य गत वर्ष की सफलता को आधार बनाकर सामुदायिक सहभागिता और पर्यावरणीय जागरूकता को और सशक्त बनाना है।
माँ और पृथ्वी के प्रति सम्मान स्वरूप पौधारोपण के इस अभियान मे जनसहभागिता, अंतर्विभागीय समन्वय और जिला स्तरीय नेतृत्व महत्वपूर्ण घटक है। इस अभियान के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम प्रमुख रूप से विद्यालयों, मिशन लाइफ के तहत गठित इको क्लब्स के माध्यम से 05 जून से 30 सितम्बर 2025 तक आयोजित किया जाना है। इस अभियान में कॉलेज, विश्वविद्यालय तथा अन्य उच्च शिक्षण संस्थान भी शामिल होंगे।
इस कार्यवाही मे स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। विद्यालयों/शिक्षण संस्थानों एवं इको क्लब द्वारा किए जा रहे वृक्षारोपणों के साथ साथ वन विभाग, वन विकास निगम एवं अन्य एजेंसियों द्वारा भी “एक पेड़ माँ के नाम 2.0” अभियान के तहत पूर्व वर्ष की भांति वृक्षारोपण किया जाना है।
विभिन्न योजनाओं और मिशन जैसे- मनरेगा, जल शक्ति अभियान, स्वच्छ भारत मिशन, स्मार्ट सिटी मिशन और राष्ट्रीय ग्रीन हाईवे मिशन जैसे प्रमुख राष्ट्रीय कार्यक्रमों को भी इस अभियान के अनुसार संरेखित करने का प्रयास किया जाएगा। इस कार्य मे पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, जल संसाधन विभाग तथा लोक निर्माण विभाग द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
अभियान के तहत विद्यालय शिक्षण संस्थानों के प्रागंण, हेरिटेज तीर्थ स्थल, नगर वन, पार्क, ग्रीन बेल्ट, राष्ट्रीय राज्य राजपथ एवं प्रमुख सड़के, जलसंरचना, कैचमेण्ट एरिया, नदी तट, रिचार्ज जोन, नहर, अमृत सरोवर आदि सम्मिलित है जिनमें या जिनके आसपास प्राथमिकता से वृक्षारोपण किया जा सकता है। प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को भी अभियान में सम्मिलित किया जाएगा।
सभी वृक्षारोपण गतिविधियों के अभिलेखीकरण के साथ-साथ वृक्षारोपण का डेटा जिला वृक्षारोपण समिति द्वारा MeriLiFE पोर्टल (https://merilife.nic.in) पर अपलोड किया जाएगा। विद्यालयों में किए गए वृक्षारोपण का डेटा, मिशन लाइफ के तहत इको क्लब्स के लिए बनाए गए माइक्रोसाइट के माध्यम से, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग (DOSEL) के पोर्टल (https://merilife.nic.in) पर दर्ज किया जाएगा।