रायपुर। छत्तीसगढ़ देसहा गड़रिया पाल के सौजन्य में राजमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती रायपुर के रायपुरा महादेव घाट स्थित पाल सामाजिक भवन में हजारों लोगों की उपस्थिति में मनाई गई। इस दौरान परिसर में बने अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा का अनावरण एवं नवनिर्मित शिव मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह भी सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर बाजे-गाजे के साथ खारून नदी तक आकर्षक कलश यात्रा निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में समाज की महिलाएं शामिल हुई। तत्पश्चात प्राण-प्रतिष्ठा व हवन पूजन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। हालांकि, बारिश और भारी भीड़ की वजह से लोगों को असुविधाओं का भी सामना करना पड़ा। कार्यक्रम में प्रदेश भर से 1500 से भी ज्यादा की संख्या में समाज की महिला-पुरुष, युवा, बच्चे व बुजुर्ग शामिल हुए। पीले वस्त्रों में सजी महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। समारोह में शामिल होने और परिवार जनों से मिलने की खुशी में गाड़ी किराया कर दूर-दूर से पहुंचे हुए थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ केश शिल्पी कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष सुश्री मोना सेन थी। अध्यक्षता छत्तीसगढ़ देसहा गड़रिया पाल समाज के प्रदेश अध्यक्ष यशवंत राव पाल ने किया। विशेष अतिथि के रूप में जनपद पंचायत पाटन की अध्यक्ष कीर्ति नायक सहित समाज के वरिष्ठ जन मंच पर उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर की छायाचित्र की पूजा-अर्चना, दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण के साथ हुई। इस दौरान आगंतुक अतिथियों का समाज द्वारा गर्मजोशी के साथ स्वागत, अभिनंदन किया गया। इस दौरान अतिथियों एवं पदाधिकारियों का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत सत्कार किया गया। इस दौरान समाज की महिलाओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। मोनिका पाल ने अहिल्याबाई की जीवनी पर प्रकाश डाला। सचिव राजू पाल ने समाज का प्रतिवेदन एवं मांग पत्र का पठन किया। इस दौरान अतिथियों एवं समाजजनों की उपस्थिति में प्रतिमा का अनावरण किया गया। जहां उपस्थित लोगों ने अहिल्याबाई होल्कर को याद करते हुए उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
कार्यक्रम में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए समाज के लोगों ने बारी-बारी से मंदिर में पूजा-अर्चना की। मुख्य अतिथि की आसंदी से अध्यक्ष मोना सेन ने कहा कि, गड़रिया समाज बहुत ही सीधा, सादा समाज है। जो कड़ी मेहनत कर पुश्तैनी धंधा को बरकरार रखा है। उन्होंने समाज के लोगों को एकता के साथ मिलजुलकर रहने तथा सामाजिक एकता को बनाए रखने की अपील की। इस दौरान उन्होंने गीत गाते हुए मजाकिया अंदाज में उपस्थित लोगों को खूब हंसाया। जनपद अध्यक्ष कीर्ति नायक ने कहा कि, गड़रिया समाज को शुरू से जानती हूँ। बहुत कठिन परिश्रम कर समाज आज आगे बढ़ रहा है। गड़रिया समाज में एकता, समर्पण और सहयोग की भावना शुरू से ही है। आज भी हर सुख-दुख में समाज आपसी सहमति से आगे बढ़ रहा है। इस दौरान समाज द्वारा मंचस्थ अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इसके पूर्व गायत्री शक्तिपीठ के द्वारा प्रस्तुत संगीतमय भजनों ने सबका मन मोह लिया।
इस अवसर पर समाज के संरक्षक कुलभूषण पाल, तुलाराम पाल, कोषाध्यक्ष हेमंत पाल, उपकोषाध्यक्ष मिलन पाल, सचिव राजू पाल, सहसचिव तेजराम पाल, महामंत्री शंकर लाल पाल, जागेश्वर प्रसाद, चंडीराम पाल, हरिराम पाल, अंकेक्षक बलदेव पाल, मंत्री भक्तूराम पाल, लालाराम पाल, पंचराम पाल, सलाहकार प्रभु पाल, रामाधीन पाल, ओमप्रकाश पाल, यशवंत पाल, विश्राम पाल, महेश पाल, कुंजबिहारी पाल, चंद्रकांत पाल, दिनेश पाल, ईश्वर पाल। महिला प्रकोष्ठ से संरक्षक मनटोरा पाल, त्रिलोकी पाल, अध्यक्ष इंदु पाल, उपाध्यक्ष रूपा पाल, सहसचिव करूणा पाल, कोषाध्यक्ष माधुरी पाल, महामंत्री महेश्वरी पाल, मंत्री गीता पाल, सीमा पाल, सलाहकार सीता पाल, कुमारी पाल, बिरझा पाल, दुलारी पाल, सीमा पाल। युवा प्रकोष्ठ से अध्यक्ष रेमन पाल, संरक्षक अरविंद पाल, उपाध्यक्ष विकास पाल, सचिव सोहन पाल, कोषाध्यक्ष डेमन पाल, सहसचिव निखिल पाल, सलाहकार मुकेश पाल, डागेश्वर पाल, पार प्रमुख ठाकुर राम पाल, विश्वनाथ पाल, भूषण पाल, ललित पाल, दिनेश पाल, लेखराम पाल, देवनारायण पाल, मनाराम पाल, शत्रुहन पाल, घनश्याम पाल, करण पाल, रोहित पाल, गणेश राम पाल, अनुज पाल, ओमप्रकाश पाल, लोमश पाल, मोहन पाल, संतोष पाल, महेश पाल, जितेंद्र पाल, पूर्णेन्द्र पाल, ललित पाल, दीनबंधु पाल, अश्विनी पाल, प्रकाश पाल, दिनेश पाल, रूपेन्द्र पाल, सेवादार दल्लू पाल, अलख पाल, गोपी पाल, रामसाय पाल, जगतु राम पाल, राधेश्याम पाल। सभी पदाधिकारी, सदस्य, महिला प्रकोष्ठ, युवा प्रकोष्ठ के सभी पदाधिकारियों, सदस्यों सहित बड़ी संख्या में गड़रिया समाज के लोग उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन शिक्षक दीनबंधु पाल ने किया। कार्यक्रम का सफल संचालन समाज के प्रदेश मीडिया प्रभारी, पत्रकार व युवा कवि केशव पाल ने किया।