गरियाबंद, 3 जून। ट्रेड एक्सपो यूएसए कंपनी के नाम पर निवेशकों को अधिक लाभ का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले मामले में पुलिस ने फरार आरोपी राजाराम तारक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। राजाराम ने हाल ही में न्यायालय में सरेंडर किया था, जिसके बाद पुलिस ने उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की। पूछताछ में करोड़ों की धोखाधड़ी और निवेशकों से ठगी के चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
1.43 करोड़ रुपये की ठगी
राजाराम तारक ने अकेले ही निवेशकों से लगभग 1 करोड़ 43 लाख रुपये की राशि धोखाधड़ी कर गबन की थी। उसने इस रकम से महंगी कार, मोबाइल फोन, सोने के आभूषण खरीदे और ससुराल में मकान निर्माण, पुराने कर्ज चुकाने और जमीन छुड़ाने में पैसे खर्च किए।
अब तक 7 गिरफ्तारियां
इस घोटाले में अब तक कुल 7 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनमें शरदचंद्र वर्मा, यशवंत नाग, कमलेश साहू, अरुण द्विवेदी, अभिषेक सिंह, अजय विश्वकर्मा और अब राजाराम तारक का नाम शामिल है। सभी आरोपियों पर धारा 420, 409, 34 भादंवि के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
झारखंड से भी जुड़े हैं तार
जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि ट्रेड एक्सपो यूएसए कंपनी के सरगना अरुण द्विवेदी पर झारखंड के 11 निवेशकों से 4.66 करोड़ रुपये की ठगी का मामला भी रांची सीआईडी में दर्ज है। छत्तीसगढ़ में 94 लोगों से 5.53 करोड़ रुपये की ठगी की गई। दोनों राज्यों में मिलाकर कुल 10.20 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी सामने आई है।
जब्त की गई संपत्ति
राजाराम तारक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके पास से एक ब्रेजा कार (कीमत 14 लाख), दो मोबाइल फोन, सोने की अंगूठी और चैन, ₹10,200 नगद, डेबिट कार्ड, आधार और पैन कार्ड बरामद किए हैं। इसके अलावा आरोपी के बैंक खाते से लगभग 8 लाख रुपये फ्रीज़ किए गए हैं।
संपत्ति जब्ती की कार्रवाई शुरू
पुलिस ने धोखाधड़ी से अर्जित संपत्ति को लेकर बीएनएस की धारा 107 के तहत जब्ती की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस की सराहनीय कार्रवाई
इस पूरी कार्रवाई में राजिम थाना प्रभारी निरीक्षक अमृत साहू और साइबर सेल की विशेष भूमिका रही। पुलिस अब भी अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है और मामले में आगे की जांच जारी है।