रायपुर। CG : जिले में आज “आरोग्य मेला” के अंतर्गत दाई-बबा दिवस का आयोजन जिले के सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस आयोजन का उद्देश्य बुजुर्गों के स्वास्थ्य, सम्मान और सहभागिता को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम जिला कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के मार्गदर्शन एवं मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मिथलेश चौधरी के निर्देशन में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर चंगोरा भाटा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित केंद्रीय समारोह का शुभारंभ पार्षद ममता तिवारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। “हमारे बुजुर्ग, हमारी धरोहर” थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में बुजुर्गों ने अपने बच्चों और पोते-पोतियों के साथ उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रमुख गतिविधियाँ:
स्वास्थ्य कार्ड वितरण: बुजुर्गों के लिए विशेष स्वास्थ्य कार्ड जारी किए गए जिसमें जांच रिपोर्ट और परामर्श शामिल थे।
स्वास्थ्य जांच शिविर: बीपी, शुगर, हड्डी-जोड़, मानसिक स्वास्थ्य, याददाश्त परीक्षण, आयुर्वेद, योग और जीवनशैली संबंधी परामर्श प्रदान किया गया।
डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं: डिजिटल हेल्थ आईडी, आभा कार्ड, और वय वंदन कार्ड बनाए गए।
संवेदनशीलता गतिविधियाँ: “हम अपने बड़ों का ध्यान कैसे रखें” विषय पर संवाद और “मेरे दादा मेरी प्रेरणा हैं” विषय पर बच्चों द्वारा प्रस्तुतियाँ दी गईं।
सम्मान समारोह: सबसे वरिष्ठ, सबसे सक्रिय और प्रेरक जोड़ी वाले बुजुर्गों को मंच पर सम्मानित किया गया।
सुविधाएं: बुजुर्गों के लिए व्हीलचेयर और परिवहन की विशेष व्यवस्था की गई थी।
इस दौरान रायपुर स्थित वृद्धाश्रम में विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जिसमें तीन अलग-अलग टीमों ने निवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। वहीं जो बुजुर्ग आयोजन स्थल तक नहीं आ सके, उनके लिए होम विजिट की सुविधा भी दी गई ताकि कोई भी सेवा से वंचित न रह जाए।
कार्यक्रम में डॉ. संजीव मेश्राम, डॉ. प्रीति नारायण, और डीपीएम मनीष मेजर वार सहित स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम का सराहनीय योगदान रहा।
जिला स्वास्थ्य विभाग रायपुर ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने परिवार के बुजुर्गों को नियमित रूप से स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ें और उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान करें।