भरत सिंह चौहान/जांजगीर-चाम्पा। CG NEWS : जिले के वन परिक्षेत्र बलौदा के दल्हा पहाड़ जंगल की संरक्षण में बुजुर्ग महिलाओं का योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण है, उनकी मेहनत और समर्पण जंगल की सुरक्षा और संरक्षण में बहुत ही सराहनीय भूमिका निभा रहा है।
बुजुर्ग महिलाएं जंगल के साथ जुड़ी हुई हैं और उनकी पारंपरिक ज्ञान जंगल की सुरक्षा और संरक्षण में बहुत ही उपयोगी साबित हो रहा है। वे जंगल के पौधों, जानवरों और प्राकृतिक संसाधनों के बारे में बहुत कुछ जानती हैं और उनका संरक्षण करने में मदद कर रही हैं। दल्हा पहाड़ जंगल की संरक्षण में बुजुर्ग महिलाओं का योगदान एक प्रेरणादायक उदाहरण है जो हमें प्रकृति के संरक्षण और सुरक्षा के महत्व है
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर दल्हा पड़रिया गाँव के लोगों को हसदेव नदी जंगल बचाव जन जागृति अभियान से जोड़ा और मुख्य रूप से दल्हा पहाड़ क्षेत्र के जंगलों की सुरक्षा करने वाली ग्रामीण महिलाओं को वन संरक्षण की प्रेरणा दी छ.ग जैसा समृद्ध राज्य आज अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है, खनिजों के अत्यधिक दोहन के कारण यहाँ के जंगल विनाश की कगार पर हैं। इनमें से 1 लाख 70 हज़ार हेक्टेयर पर फैले हसदेव की लगातर हो रही कटाई के विरोध में दल्हा गाँव के लोगों द्वारा प्रदर्शन किया गया। यह जंगल छ.ग के अधिकांश क्षेत्रों में बहने वाली नदियों के लिए पानी का स्त्रोत है इसलिए लोगों ने जंगलों की कटाई रोकने की माँग की, इस मौके पर कुछ अलग अलग जिलों से आए पर्यावरण ऐक्टिविस्ट मौजूद रहे।