बिलासपुर। CG CORONA: प्रदेश में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दे दी है, लेकिन प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अब भी बेपरवाह है। हाईकोर्ट के जस्टिस राकेश मोहन पांडेय के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद स्वास्थ्य तंत्र की पोल खुल गई है।
बिलासपुर में बीते एक हफ्ते में 10 संक्रमित मिल चुके हैं, जिसमें 8 साल की बच्ची से लेकर 86 वर्षीय बुजुर्ग तक शामिल हैं। लेकिन जिले का स्वास्थ्य विभाग अब तक यही दावा करता रहा कि शहर में एक भी मरीज नहीं है।
न निगरानी की व्यवस्था, न ट्रेसिंग की तैयारी — संक्रमितों की जानकारी खुद मरीज और परिजन दे रहे हैं। सबसे बड़ी चूक कोविड नोडल अधिकारी की मानी जा रही है, जिन्होंने न तो रिपोर्ट जिला कार्यालय को दी और न ही संक्रमितों की जानकारी जोड़ी।
जस्टिस के संक्रमित होने के बाद हरकत में आए सिस्टम ने एक बार फिर ये साबित कर दिया कि जब तक खतरा सिर पर न आ जाए, तब तक हमारी तैयारी सिर्फ कागजों पर ही रहती है।