रायपुर। CG NEWS: हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर और उसके भाई रोहित तोमर की शिकायतों के चलते नगर निगम ने अब उनके खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। नगर निगम की एक टीम हाल ही में तोमर बंधुओं के आलीशान मकान पर पहुंची और वहां का नाप-जोख किया। यह कार्रवाई तोमर बंधु द्वारा अवैध निर्माण और शहर में उनके आपराधिक रिकॉर्ड के मद्देनजर की गई है।
मारपीट, सूदखोरी और अवैध हथियार के गंभीर मामलों में आरोपित वीरेंद्र और रोहित तोमर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए हैं। पुलिस इन दोनों भाइयों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है, लेकिन अब तक उनका कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है। इनके नेपाल भागने की खबर है। आरोपितों का पासपोर्ट भी नहीं मिल रहा है। वहीं अब नगर निगम की ओर से भी तोमर भाइयों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, नगर निगम ने तोमर बंधुओं के मकान के नक्शे की जांच शुरू कर दी है। नगर निगम के अधिकारी ने बताया, “हमारे पास तोमर बंधुओं के खिलाफ कई शिकायतें हैं। हम उनके मकान का नाप लेकर यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी तरह का अवैध निर्माण न हो। यदि कोई अनियमितता पाई जाती है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी।”
गौरतलब है कि दोनों भाई अभी फरार हैं और उनके खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज हैं। पिछले कुछ महीनों से उनकी गतिविधियों पर प्रशासन की नजर बनी हुई थी। एक स्थानीय निवासी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “तोमर बंधुओं का नाम सुनते ही लोग डर जाते थे। अब जब नगर निगम ने कार्रवाई की है, तो उम्मीद है कि यह हमारे इलाके में बदलाव लाएगा।”
हालांकि, कुछ लोग इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित भी मानते हैं। एक अन्य स्थानीय व्यक्ति ने कहा, “क्या यह महज एक शोभा का मामला है? प्रशासन ने पहले भी ऐसे कई मामलों में कार्रवाई की है, लेकिन परिणाम कुछ खास नहीं निकला।”
वहीं सूदखोरी मामले में आरोपित बनाई गई दोनों की पत्नियों से भी अब तक पूछताछ नहीं हो पाई है। उनके घर में काम करने वाले, साथ में चलने वाले 35 में से 25 लोग गायब हैं। बताया जा रहा है कि इनके नाम पर करोड़ों की संपत्ति है। पैसों का अवैध लेन-देन इनके ही बैंक खाते में किया गया है।