गरियाबंद। CG BREAKING : राजिम के सुंदरलाल शर्मा चौक आज शाम एकजुट पत्रकारों की आवाज़ से गूंज उठा। रेत खदान में रिपोर्टिंग के दौरान पत्रकारों पर हुए हमले के विरोध में पत्रकारों ने मोर्चा खोल दिया है। स्वतंत्र पत्रकारिता पर हुए इस हमले के खिलाफ दर्जनों मीडियाकर्मी धरने पर बैठ गए हैं और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं।
“पत्रकारों को चुप नहीं कराया जा सकता” – नारों से गूंजा चौक
घटना से आक्रोशित पत्रकारों ने हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी की –
“पत्रकारों पर हमला नहीं सहेंगे”,
“रेत माफिया मुर्दाबाद”,
“स्वतंत्र प्रेस की हत्या बंद करो।”
क्या है मामला?
9 जून को गरियाबंद जिले के पितईबंद घाट पर अवैध रेत खनन की खबर की कवरेज करने गए पत्रकारों पर खदान संचालक के गुर्गों ने हमला कर दिया था। वायरल हुए वीडियो में पत्रकारों को जान बचाकर खेतों में भागते और मदद की गुहार लगाते हुए देखा जा सकता है।
वीडियो में साफ दिखा – “हमें मारा जा रहा है…”
वीडियो में एक पत्रकार चीखता है –
“हमें मारा जा रहा है… रिपोर्टिंग करने आए थे…”
पीछे से कुछ लोग बाइकों से उनका पीछा करते नजर आते हैं। इस भयावह दृश्य ने पत्रकारिता की स्वतंत्रता और सुरक्षा पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या बोले वरिष्ठ पत्रकार
वरिष्ठ पत्रकारों ने कहा –
“अगर रिपोर्टर ही सुरक्षित नहीं रहेंगे, तो जनता की आवाज़ कौन उठाएगा? यह सिर्फ हम पर नहीं, लोकतंत्र पर हमला है।”