भरत सिंह चौहान। जांजगीर चांम्पा। CG : छत्तीसगढ़ सरकार के युक्तियुक्तकरण फैसले को लेकर विरोध तेज होता जा रहा है। जांजगीर-चाम्पा जिले के पामगढ़ में कांग्रेस नेताओं ने बीईओ कार्यालय का घेराव करते हुए सरकार पर रोजगार और शिक्षा विरोधी नीति अपनाने का आरोप लगाया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बेरिकेड तोड़ने की कोशिश की, जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी हुई।
पामगढ़ स्थित विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। युक्तियुक्तकरण को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि यह कदम पूरी तरह से नियम विरुद्ध और जनविरोधी है। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश में 45,000 से अधिक शिक्षकों के पद खत्म हो जाएंगे और करीब 10,000 से अधिक स्कूल सीधे तौर पर बंद हो जाएंगे।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार, पूर्ववर्ती रमन सरकार की राह पर चलते हुए प्रदेश की सरकारी शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करने का षड्यंत्र रच रही है। प्रदर्शनकारियों ने यह भी याद दिलाया कि रमन सरकार के कार्यकाल में भी 3,300 से ज्यादा स्कूलों को बंद किया गया था, जिससे 12,000 शिक्षकों के पद समाप्त हुए थे।
पामगढ़ बीईओ कार्यालय के घेराव को देखते हुए प्रशासन ने पहले से ही बेरिकेड्स लगाकर सुरक्षा इंतजाम किए थे। लेकिन कांग्रेस नेताओं की रैली जैसे ही कार्यालय के पास पहुंची, कार्यकर्ताओं ने बेरिकेड्स तोड़कर अंदर जाने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की झड़प भी देखने को मिली। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और युक्तियुक्तकरण वापस लेने की मांग की।
सरकारी स्कूलों के बंद होने और शिक्षकों के पदों में कटौती जैसे आरोपों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है।