गरियाबंद, 11 जून 2025।
जिले के कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी भगवान सिंह उईके और पुलिस अधीक्षक निखिल राखेचा ने आज जिले में संचालित नशामुक्ति केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र चंद्राकर भी उपस्थित रहे।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने केंद्र में निवासरत नशाग्रस्त लोगों से सीधे संवाद कर उनके स्वास्थ्य, दिनचर्या और देखभाल की व्यवस्था की जानकारी ली। अधिकारियों ने भोजन की गुणवत्ता, योगा/व्यायाम की सुविधा, स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार संबंधी व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। सभी लाभार्थियों ने व्यवस्थाओं को संतोषजनक बताया।
नशे से मुक्ति की दिशा में सकारात्मक पहल
निरीक्षण के दौरान नशामुक्ति केंद्र के बैरकों की गहन जांच भी की गई, जिसमें किसी भी प्रकार की प्रतिबंधित सामग्री नहीं पाई गई। इसके बाद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने केंद्र में रह रहे लोगों को प्रेरणादायक संबोधन देते हुए कहा कि नशा एक ऐसा जाल है जिसमें फंसने से व्यक्ति न केवल स्वयं को बर्बाद करता है, बल्कि अपने पूरे परिवार को भी संकट में डाल देता है।
स्वस्थ जीवन के लिए दी सलाह
अधिकारियों ने उपस्थित सभी लोगों को पौष्टिक आहार लेने, नियमित हल्का व्यायाम करने और योग-प्राणायाम को दिनचर्या में शामिल करने की सलाह दी। साथ ही नशामुक्ति केंद्र से बाहर निकलने के बाद एक नई और सकारात्मक शुरुआत करने के लिए सभी को प्रोत्साहित किया।
निरीक्षण के दौरान रक्षित निरीक्षक श्री सनत कुमार ठाकुर और थाना प्रभारी गरियाबंद निरीक्षक श्री ओमप्रकाश यादव भी मौजूद रहे।