बिरगांव। CG BREAKING : छत्तीसगढ़ के बिरगांव में स्वास्थ्य व्यवस्था की बेरुखी ने एक मासूम बच्ची से उसकी माँ छीन ली। 24 साल की साक्षी ने एक प्यारी सी बेटी को जन्म दिया था, घर में खुशियाँ थीं. लेकिन महज़ 12 घंटे में ही वो मासूम अनाथ हो गई। डिलीवरी के बाद जब साक्षी की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में न डॉक्टर था, न मदद। स्टाफ नर्स दरवाजा बंद कर सोता रहा, बार-बार बुलाने पर भी टालमटोल करता रहा। अंत में जबरन मुँह में पानी डाला गया और एक इंजेक्शन लगाई गई ,जिसके बाद साक्षी ने दम तोड़ दिया।
जिस डॉक्टर की नाइट ड्यूटी थी, वो ख़ुद बीमार और असमर्थ निकले। ये सिर्फ एक मौत नहीं. ये सिस्टम की बेशर्मी से उपजी वो चीख है जो अब इस बच्ची के जीवनभर की चुप्पी बन चुकी है।
जिम्मेदार कौन है?
ये जवाब अब उस बच्ची की आँखों में ढूँढा जाना चाहिए। जो भूख से रो रही है, और बार-बार मुँह में हाथ डाल रही है. शायद माँ को तलाश रही है.