गरियाबंद (राजिम): Gariaband : पितईबंद के अवैध रेत खदान में खबर कवरेज करने गए पांच पत्रकारों पर रेत माफिया के हथियारबंद गुर्गों ने जानलेवा हमला कर दिया। माफियाओं ने न सिर्फ हवाई फायरिंग की, बल्कि पत्रकारों का पीछा करते हुए उन्हें जान से मारने की कोशिश भी की। पत्रकार किसी तरह जान बचाते हुए 3-4 किलोमीटर तक दौड़कर मौके से निकलने में सफल हुए। इस सनसनीखेज हमले के बाद पूरे प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर हड़कंप मच गया है। पत्रकार संगठनों के साथ-साथ आमजन भी इस निंदनीय घटना की तीखी आलोचना कर रहे हैं और पत्रकारों की साहसिकता को सलाम कर रहे हैं।
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इसी बीच बोरसी स्थित परमेश्वरी फ्यूल्स के संचालक द्वारा सोशल मीडिया के एक स्थानीय व्हाट्सएप ग्रुप ‘खबर बोरसी टू बोरसी’ में पत्रकारों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। उन्होंने लिखा:
“बहुत पत्रकार लगभग चोर हैं, ब्लैकमेल करके पैसा वसूलते हैं।”
इस आपत्तिजनक बयान के तुरंत बाद उसी ग्रुप में एक अन्य सदस्य ने पत्रकारों को लेकर और भी अपमानजनक टिप्पणी की—
“बहुत बढ़िया हुआ, इन लोगों के साथ ऐसा ही होना चाहिए। बिकाऊ कुत्ते हैं ये।”
ऐसे शब्द न केवल पत्रकारों के सम्मान को ठेस पहुंचाते हैं, बल्कि पत्रकारिता जैसे गंभीर पेशे की गरिमा को भी ठोकरे मारते हैं।
घटना से आक्रोशित जिले के पत्रकारों ने इस पूरे मामले की शिकायत फिंगेश्वर थाना में दर्ज कराई है। पत्रकार संघ ने संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पत्रकारों का कहना है कि वे जनहित के मुद्दों को सरकार और समाज तक पहुंचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं, और ऐसे में इस तरह की भाषा और रवैया न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा हमला है।
थाना प्रभारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि पुलिस जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
