रवि विदानी,महासमुंद। Mahasamund : जिले के ग्राम पंचायत झिलमिला के आश्रित ग्राम नवागांव के मजदूरों के पास जॉब कार्ड तो है पर जॉब नहीं। खेत तो हैं पर खेत के फसल को सरकारी दाम पर बेचने के लिए पट्टा नहीं है। इतना ही नहीं 7 सालों बाद भी नवागांव के 60 महिलाओं को उनके हक की राशि प्रशासन ने नहीं दिया है।
हम बात कर रहे हैं ग्राम पंचायत झिलमिला के आश्रित ग्राम नवागांव के मजदूरों की जिनको रोजगार गारंटी योजना के तहत तालाब गहरीकरण की मजदूरी 7 साल बाद भी नहीं मिल पाई है।
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पीड़ितों ने बताया कि, अनेक बार रोजगार सहायक, अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद भी ये मजदूर अपने पसीने की कमाई के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं। मजदूरों ने अनेक बार रोजगार सहायक जिला पंचायत सीईओ से आवेदन निवेदन किया लेकिन मजदूरों को उनका हक नहीं मिला पाया है। वहीं अब सात साल बीत जाने के बाद भी प्रशासन से उम्मीद बांधे रखी 60 महिलाएं कलेक्टोरेट पहुंची और जिला कलेक्टर से काम देने की मांग की और 2018 में मनरेगा के तहत रोजगार गारंटी में तालाब गहरी करण मजदूरी की मांग की है।