पंडरिया। GRAND NEWS : ग्राम पंचायत बोड़तरा खुर्द से कुम्ही को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण कार्य भले ही शुरू हो गया हो, लेकिन घटिया सामग्री के उपयोग और ठेकेदार की मनमानी ने इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीते 20 सालों से गड्ढों भरी इस सड़क से गुजर रहे ग्रामीणों की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
लाख मिन्नतों के बाद शुरू हुआ काम
3 करोड़ की लागत से बन रही इस सड़क के लिए पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने विधानसभा से लेकर हर सामाजिक मंच पर आवाज उठाई थी। ग्रामीणों ने भी लंबे समय तक इस सड़क के लिए संघर्ष किया। लेकिन अब निर्माण शुरू होने के बाद भी ग्रामीण संतुष्ट नहीं हैं। सड़क में डस्ट मिक्स गिट्टी और निम्न गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग हो रहा है, जिसके चलते लोगों को आशंका है कि यह सड़क बरसात में मिट्टी में मिल जाएगी।
ग्रामीणों का आरोप: एक साल भी नहीं टिकेगी सड़क
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार साफ दिख रहा है। बोड़तरा के रामकुमार साहू ने कहा, “हमने सालों तक गड्ढों में सफर किया। अब सड़क बन रही है, लेकिन यह एक साल भी ढंग से नहीं टिकेगी।” ग्रामीणों ने ठेकेदार की मनमानी के खिलाफ विरोध भी जताया, लेकिन उनकी आवाज को अनसुना किया जा रहा है।
अधिकारियों की अनदेखी, ठेकेदार की मनमानी
सबसे बड़ा सवाल यह है कि सड़क निर्माण के दौरान न तो किसी जिम्मेदार अधिकारी ने निरीक्षण किया और न ही कोई इंजीनियर मौके पर पहुंचा। ठेकेदार अपनी मर्जी से काम कर रहा है, जिससे सड़क की गुणवत्ता पर और संदेह बढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर यही हाल रहा तो यह सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएगी।
‘कुछ न सही, तो कुछ तो बेहतर’ की मजबूरी
हालांकि कुछ ग्रामीणों का मानना है कि “कुछ न सही, तो कुछ तो बेहतर है।” इस सोच के चलते कई लोग चुप हैं, लेकिन उनकी नाराजगी साफ झलक रही है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और विधायक से मांग की है कि सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाए और ठेकेदार की मनमानी पर रोक लगाई जाए।