भरत सिंह चौहान, जांजगीर चांपा। Diarrhea outbreak in CG : जिले के अकलतरा विकासखंड के अंतर्गत अकलतरी गाँव में डायरिया फैलने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। अब तक 20 से अधिक लोग इस बीमारी से प्रभावित हुए हैं, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में अस्थायी उपचार शिविर स्थापित किया है, जहां मरीजों को प्राथमिक इलाज दिया जा रहा है।
ये भी पढ़ें : CG NEWS : इलाज के बहाने 7 साल की बच्ची का अपहरण! तलाश में जुटी पुलिस
गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों को अकलतरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रेफर किया जा रहा है। फिलहाल डायरिया फैलने के कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। इसके मद्देनज़र स्वास्थ्य विभाग और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (PHE) विभाग की टीमें गांव में पानी के स्रोतों की जांच कर रही हैं। पानी के सैंपल लिए जा चुके हैं और उनकी रिपोर्ट का इंतजार है।
प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एंबुलेंस और दवा की व्यवस्था की जा रही है। ग्रामीणों से आग्रह किया गया है कि वे उबला पानी पिएं और सफाई का विशेष ध्यान रखें।
डायरिया के लक्षण (Symptoms of Diarrhea)
अगर ये डायरिया के लक्षण (Diarrhea Ke Lakshan) लंबे समय तक बने रहें या गंभीर हों, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों में डायरिया के मामलों में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है क्योंकि ये समूह निर्जलीकरण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। डायरिया के निम्नलिखित लक्षण:
- दिन में कई बार पानी जैसा या बहुत ही पतला मल त्याग होना।
- पेट में अचानक से दर्द होना या ऐंठन महसूस होना।
- उल्टी आना या मतली महसूस होना।
- शरीर का तापमान बढ़ना और बुखार आना।
- तेजी से वजन घट जाना, खासकर बच्चों में।
- शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होना और थकावट रहना।
- मल में खून या मवाद का दिखना, जो कि गंभीर संक्रमण या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है।
- शरीर में पानी की कमी होना जिससे प्यास बढ़ जाती है। निर्जलीकरण के अन्य संकेतों में मुंह का सूखना, आंखों का धंसा हुआ दिखना, और पेशाब की कमी शामिल है।
डायरिया से बचाव (Prevention Of Diarrhea)
- खाना बनाने और खाने से पहले और बाद में हाथ धोएं।
- टॉयलेट के बाद हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह से धोएं।
- किसी बीमार व्यक्ति की देखभाल करने के बाद हाथ धोएं।
- हमेशा स्वच्छ और फिल्टर किया हुआ पानी पीएं।
- उबला हुआ पानी पीना भी सुरक्षित होता है।
- पानी के स्रोत को स्वच्छ रखें और उसे दूषित होने से बचाएं।
- ताजे और साफ-सुथरे फल और सब्जियों का सेवन करें।
- खाना बनाने से पहले सभी खाद्य पदार्थों को अच्छी तरह से धो लें।
- मांस और अंडे को अच्छी तरह से पकाएं।
- सड़क किनारे के खाने से बचें:
- बाहर के खाने से बचें, खासकर उन जगहों से जहां स्वच्छता का ध्यान नहीं रखा जाता।
- दूषित खाद्य पदार्थों से बचें:
- बासी और खराब हो चुके खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
- यदि आपको किसी खाद्य पदार्थ से एलर्जी है, तो उसका सेवन न करें। जैसे लैक्टोज असहिष्णुता में दूध और दूध उत्पादों से बचें।
- बच्चों को रोटावायरस संक्रमण से बचाने के लिए रोटावायरस वैक्सीन लगवाएं।
- साफ कपड़े पहनें और साफ-सुथरे बिस्तर का उपयोग करें।
- समय-समय पर अपने घर और आसपास की जगह की सफाई करें।
- यात्रा के दौरान साफ और सुरक्षित पानी और भोजन का सेवन करें।
- सड़क किनारे के खाने से बचें और बोतलबंद पानी पीएं।
- प्रोबायोटिक्स सप्लीमेंट्स या खाद्य पदार्थ (जैसे दही) का सेवन करें, जो आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं।
डायरिया का इलाज (Treatment Of Diarrhea)
- डायरिया के दौरान शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करने के लिए ORS का सेवन करें। यह पाउडर के रूप में मिलता है जिसे पानी में घोलकर पीया जाता है।
- अधिक मात्रा में साफ पानी पिएं।
- नारियल पानी, सुप, और इलेक्ट्रोलाइट्स युक्त पेय पदार्थों का सेवन करें।
- पचने में आसान भोजन खाएं, जैसे कि केला, चावल, सेब का सॉस, और टोस्ट (BRAT डाइट)।
- तला हुआ और मसालेदार खाना न खाएं।
- अगर लैक्टोज असहिष्णुता हो तो दूध और दूध उत्पादों का सेवन न करें।
- लोपेरामाइड (Imodium) जैसी दवाइयां डॉक्टर की सलाह पर ली जा सकती हैं, जो आंतों की गति को धीमा करती हैं।
- यदि डायरिया बैक्टीरियल संक्रमण के कारण है, तो डॉक्टर एंटीबायोटिक्स लिख सकते हैं।
- प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स या प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थ (जैसे दही) आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
- शरीर को ठीक होने के लिए पर्याप्त आराम दें।
- व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें और हाथों को बार-बार धोएं।
- यदि डायरिया के लक्षण गंभीर हैं, लंबे समय तक बने रहते हैं, या अन्य चिंताजनक लक्षण (जैसे खून या मवाद का मल में होना, तेज बुखार,अत्यधिक निर्जलीकरण) होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- बच्चों और बुजुर्गों में डायरिया के मामलों में अधिक सावधानी बरतें और जल्दी चिकित्सा सहायता प्राप्त करें।
- रोटावायरस जैसे संक्रमण से बचने के लिए बच्चों को टीका लगवाएं।
- दूषित भोजन और पानी से बचें और साफ-सफाई का ध्यान रखें।