रायगढ़। CG NEWS: जिले के खरसिया ब्लॉक अंतर्गत ग्राम ठाकुर दीया निवासी 35 वर्षीय ननकूराम महंत का कुल्हा प्रत्यारोपण रायगढ़ के किरोड़ीमल शासकीय जिला अस्पताल में सफलतापूर्वक किया गया। आपरेशन के बाद ननकूराम अपने पैरों पर चलने लगा और स्वस्थ होकर शनिवार को अपने घर गया। यह सफलता न केवल जिला अस्पताल की कार्यकुशलता को दर्शाती है। बल्कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विश्वास भी प्राप्त कर रहा है।
जानकारी के अनुसार ननकूराम हमाली का कार्य करते हुए बोरी कांटे में चढ़ते समय गिर गया था, जिससे उसके कूल्हे में गंभीर चोट आई। पिछले दो महीनों से वह तेज दर्द और चलने-फिरने में कठिनाई का सामना कर रहा था। इलाज के लिए जब वह स्थानीय अस्पताल गया तब कोई वहां से रायगढ़ रेफर कर दिया गया। जिसके बाद वह जिला अस्पताल पहुंचा, तब विशेषज्ञों की टीम ने उसकी स्थिति का मूल्यांकन कर कुल्हा प्रत्यारोपण की सलाह दी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिल जगत और सिविल सर्जन डॉ. दिनेश पटेल के मार्गदर्शन में यह सर्जरी की गई। ऑपरेशन आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. राजकुमार गुप्ता और फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. सिद्धार्थ सिन्हा की टीम द्वारा किया गया। सर्जरी पूरी तरह सफल रही और ननकुराम को अब दर्द से राहत मिल रही है।
डॉ. सिद्धार्थ ने बताया कि ननकुराम की समस्या ‘एवस्कुलर नेक्रोसिस’ थी, जिसमें कूल्हे की हड्डी में रक्त आपूर्ति रुक जाने से हड्डी के ऊतक मरने लगते हैं। समय पर उपचार न मिलने पर हड्डी कमजोर होकर ढह सकती है, जिससे मरीज को असहनीय दर्द और चलने में लंगड़ापन आ सकता है। इस स्थिति में कुल्हा प्रत्यारोपण ही एकमात्र प्रभावी इलाज है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि ऑपरेशन के बाद फिजियोथेरेपी का विशेष महत्व होता है।
सही और नियमित फिजियोथेरेपी से मरीज जल्द ही सामान्य जीवन में लौट सकता है। अस्पताल में मरीज की पूरी देखभाल की गई और उसे आयुष्मान भारत योजना के तहत नि:शुल्क इलाज मिला। गौरतलब है कि बीते छह महीनों में किरोड़ीमल शासकीय जिला अस्पताल में कुल्हे के 9 पूर्ण, 7 आंशिक तथा 3 घुटनों के पूर्ण प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक किए जा चुके हैं। निजी अस्पतालों में जहां ऐसे ऑपरेशन पर डेढ़ से दो लाख रुपये तक का खर्च आता है, वहीं यहां यह सुविधा पूरी तरह निशुल्क उपलब्ध है। पीड़ित ननकुराम और उसके परिजनों ने जिला अस्पताल की टीम, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ को बेहतर इलाज और सेवाभाव के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।