रायगढ़। CG NEWS: जेलपारा क्षेत्र में जिला प्रशासन की कार्यवाही से सैकड़ों निवासी बेघर हो गए हैं। रविवार को कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक प्रकाश नायक के नेतृत्व में पार्टी के नेताओं ने इस तोड़फोड़ की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस घटना में कांग्रेस के 8 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है, जिसमें 5 विधायक, 2 जिला अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष शामिल हैं।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने नगर निगम आयुक्त बृजेश सिंह क्षत्रिय से बात की, जिन्होंने बताया कि कार्रवाई नियमानुसार की जा रही है। हालांकि, कांग्रेस के असंतोष के चलते स्थितियां तनावपूर्ण हो गईं। इसी बीच, पुलिस ने पूर्व विधायक प्रकाश नायक, जयंत ठेंठवार, सलीम नियारिया और अन्य नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। विरोध में उपस्थित महिलाएं भी पुलिस से झगड़ गईं, जिसके परिणामस्वरूप कई महिलाओं को हिरासत में लिया गया।
जिसके बाद जिला पुलिस ने गाड़ी में बैठाकर कांग्रेसी नेता और समर्थकों को उर्दना पुलिस लाइन भेज दिया। पूर्व विधायक प्रकाश नायक ने इस घटना को शासन की तानाशाही करार दिया और कहा कि कांग्रेस सरकार ने हमेशा लोगों को उनके मकान दिलाने का प्रयास किया, लेकिन भाजपा सरकार ने उनके घरों को तोड़कर उन्हें सड़क पर लाने का काम किया। उन्होंने प्रशासन की कार्यवाही को अमानवीय और अमान्य ठहराया। इस संवेदनशील मुद्दे पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने विधायक उमेश पटेल की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है।
समिति का उद्देश्य इस घटना की जिम्मेदारी तय करना और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए सच्चाई का खुलासा करना होगा। अब देखना होगा कि इस घटना के बाद प्रशासन और कांग्रेस पार्टी के बीच का तनाव कब तक चलता है और पीड़ित परिवारों को कब तक राहत मिलती है। उर्दना पुलिस लाइन में ले जाने के साथ ही महिलाओं की तबियत बिगड़ने लगी। जिसे देखकर आनन-फानन में पुलिस विभाग भौंचक्का रह गया और मेडिकल कॉलेज अस्पताल पीड़ित महिलाओं को एंबुलेंस की सहायता से भेजा।