पुलिस का खुफिया अधिकारी बताकर प्रार्थी को झांसे में लेकर बनाये थे अपना शिकार।
आरोपी है मूलतः उ.प्र. का निवासी
एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा चौकी सिलयारी थाना धरसींवा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही।
आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 01 नग मोबाईल फोन किया गया है जप्त।
प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपी है फरार जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के किये जा रहे है हर संभव प्रयास।
आरोपी के विरूद्ध थाना धरसींवा में अपराध क्रमांक 259/25 धारा 318, 319 बी.एन.एस. का अपराध किया गया है पंजीबद्ध।
धरसींवा। CRIME NEWS: प्रार्थी मोहर दास बंजारे ने चौकी सिलयारी थाना धरसींवा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह सिलयारी थाना धरसींवा रायपुर का निवासी है। दिनांक 29.05.2025 को प्रार्थी के मोबाईल फोन में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन कर स्वयं को पुलिस का खुफिया अधिकारी बताते हुये पुलिस कार्यवाही में सहयोग करने कहने के साथ ही कहा कि हमें एक आरोपी को पकडने हेतु किसी सिविलियन के नम्बर से उस आरोपी के खाते में पैसा भेजना है। जिस पर प्रार्थी सहयोग की भावना से राजी हो गया तथा अज्ञात व्यक्ति द्वारा बताये मोबाईल नंबर में दो बार में वह कुल 39,000/- रूपये ट्रांसफर किया।
अज्ञात व्यक्ति द्वारा प्रार्थी को कहा गया कि वह सिलयारी पहुंचकर पैसा दे देगा, किंतु ना ही कोई व्यक्ति सिलयारी आया और ना ही प्रार्थी के खाते में पैसा वापस भेजा। इस प्रकार अज्ञात व्यक्ति द्वारा प्रार्थी के साथ ठगी किया गया जिस पर प्रार्थी की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना धरसींवा में अपराध क्रमांक 259/25 धारा 318, 319 बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
ठगी की घटना को पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय डॉ. लाल उमेद सिंह द्वारा गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री संदीप मित्तल, उप पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री संजय सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक उरला सुश्री पूर्णिमा लामा, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना प्रभारी धरसींवा को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा पुलिस चौकी सिलयारी (थाना धरसींवा) की संयुक्त टीम के सदस्यों द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ करते हुए अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा जिस मोबाईल नंबर से प्रार्थी के मोबाईल फोन पर कॉल आया था, उस मोबाईल नंबर सहित उससे संबंधित अन्य नंबरों का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही प्रार्थी द्वारा जिस बैंक खाता में पैसे ट्रांसफर किये गये थे उस बैंक खाता की भी जानकारी एकत्र कर आरोपी को लोकेट करने के प्रयास किये जा रहे थे।
इसी दौरान अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी में लगी टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी को दिल्ली में लोकेट करने में सफलता प्राप्त हुई। जिस पर एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा पुलिस चौकी सिलयारी की संयुक्त टीम को दिल्ली रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा दिल्ली पहुंच कर लगातार कैम्प कर आरोपी की पतासाजी करते हुये घटना में संलिप्त आरोपी बालमीक तिवारी को पकड़कर प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर ठगी की उक्त घटना को अंजाम देना बताया गया।
जिस पर आरोपी बालमीक तिवारी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त 01 नग मोबाईल फोन जप्त कर आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही किया गया।
आरोपी के बैंक खाते में विगत 06 माह में 14 लाख रूपये का लेन-देन होना पाया गया है, जिसके संबंध में आरोपी से विस्तृत पूछताछ की जा रहीं है। प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपी फरार है जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है।
गिरफ्तार आरोपी – बालमीक तिवारी पिता सुशील कुमार तिवारी उम्र 30 साल निवासी उतरवा थाना बसौदा जिला बोदा (उ.प्र.)। हाल पता – बेस्ट पटेल नगर बलजीन नगर नई दिल्ली।
कार्यवाही में निरीक्षक राजेन्द्र दीवान थाना प्रभारी धरसींवा, प्रभारी निरीक्षक परेश कुमार पाण्डेय, उपनिरीक्षक जितेन्द्र डहरिया चौकी प्रभारी सिलयारी, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से प्र.आर. महेन्द्र राजपूत, म.प्र.आर. बसंती मौर्य, आर. प्रकाश नारायण, नितेश राजपूत, लालेश नायक, अमित वर्मा, प्र.आर. विजेन्द्र कुमार कन्नौजे चौकी सिलतरा तथा आर. संजीत मिरी चौकी सिलयारी की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।