गरियाबंद-किसान पारा सिविल लाइन शासकीय प्राथमिक शाला में आज शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास और पारिवारिक माहौल में संपन्न हुआ। इस अवसर पर वार्ड क्रमांक 5-6 के लोकप्रिय पार्षद छगन यादव, जिन्हें लोग स्नेह से ‘बच्चे उन्हें मामा’ कहकर बुलाते हैं, बच्चों के बीच पहुंचे। जैसे ही मामा ने स्कूल प्रांगण में कदम रखा, बच्चों की खुशी का ठिकाना न रहा। हर बच्चा उनके पास दौड़कर आया और ‘मामा-मामा’ कहकर उनसे लिपट गया।
आपको बता दें कि पार्षद छगन यादव न केवल एक जनप्रतिनिधि के रूप में बल्कि अपने वार्डवासियों के लिए परिवार के सदस्य जैसे हैं। सुख-दुख हो या कोई भी सामाजिक अवसर, छगन यादव हर समय वार्डवासियों के साथ खड़े नजर आते हैं। बच्चों के प्रति उनका विशेष स्नेह और अपनापन उन्हें हर दिल अजीज बनाता है। यही कारण है कि वार्ड के बच्चे उन्हें जनप्रतिनिधि नहीं, बल्कि अपना मामा मानते हैं।
शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के दौरान पूरा माहौल ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे कोई पारिवारिक आयोजन हो। बच्चों का उत्साह, अभिभावकों की प्रसन्नता और शिक्षकों की तत्परता देखते ही बनती थी। कार्यक्रम में पार्षद यादव ने बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत किया और अपने हाथों से खीर खिला कर उन्हें आशीर्वाद दिया।
🌿 शिक्षा वो बीज है, जो समाज की जड़ों को मजबूत करता है।
🌿 हर बच्चे के हाथ में किताब हो, तभी सच्चा विकास संभव है।- छगन
“ये नन्हें बच्चे ही हमारे समाज की बुनियाद हैं। यही हमारे आने वाले कल का भविष्य हैं। मेरी जिम्मेदारी एक जनप्रतिनिधि के रूप में ही नहीं बल्कि एक समाजसेवी और परिवार के बड़े सदस्य के रूप में भी यही रहती है कि एक भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। मैं हमेशा कोशिश करता हूं कि हर बच्चे के हाथ में किताब हो, भले ही उसके पांव में चप्पल हो या न हो। एक शिक्षित समाज ही हमारे देश को मजबूत और समृद्ध बना सकता है। मैं सभी अभिभावकों से अपील करता हूं कि वे अपने बच्चों को स्कूल जरूर भेजें, उन्हें पढ़ने का अवसर दें। शिक्षा ही वो ताकत है जिससे हमारा समाज आगे बढ़ेगा और देश तरक्की करेगा।”
कार्यक्रम में मौजूद विशिष्टजन:
इस अवसर पर प्रधानपाठक प्यारे लाल आरना, शिक्षक सीमा दास, शाला प्रबंधन समिति की सदस्य कुसुम यदु, केशर यादव, तेज बाई, मनकी बाई यादव, प्रकाश निषाद, रामकुमार यादव, शारदा यादव, टकेश्वर यादव और सोनिया यादव सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन बच्चों को मिठाई वितरण और आशीर्वाद के साथ हुआ। शाला प्रवेशोत्सव बच्चों के चेहरे पर मुस्कान और अभिभावकों में संतोष की भावना छोड़ गया।