उत्तर प्रदेश। Video : इटावा जिले के एक गांव से बड़ी खबर सामने आई हैं जहां एक कथावाचक संत सिंह यादव और मुकुटमणि शास्त्री नाम के दो कथावाचक भागवत कथा कहने पहुंचे थे। गांव के कुछ लोगों ने उन्हें कथा के लिए बुलाया था। शुरुआत में सब ठीक था और कथा भी शुरू हो गई थी। लेकिन शाम को कुछ लोगों ने उनकी जाति पूछी। संत सिंह यादव ने बताया कि जब उन्होंने कहा कि वे कानपुर के रहने वाले यादव हैं और पहले स्कूल चलाते थे, अब कथा कहते हैं, तो वहां मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें जाति को लेकर अपमानित करना शुरू कर दिया।
इसके बाद कथावाचकों से आईडी मांगी गई, लेकिन उनके पास उस वक्त कोई पहचान पत्र नहीं था। संत सिंह ने बताया कि उन्होंने अपना फोन नंबर दिया और कहा कि उनके घर से पुष्टि की जा सकती है।
जब गांव वालों ने उनके बेटे से बात की और नाम में ‘यादव’ सुना, तो मामला और बिगड़ गया। बाल काट दिए गए, महिला के पैर पर नाक रगड़वाई गई और एक महिला ने कथित तौर पर उन पर मूत्र छिड़का, यह कहते हुए कि अब तुम पवित्र हो गए। मुकुटमणि शास्त्री ने बताया कि उन्हें भी बंदी बना लिया गया, मोबाइल, 25,000 रुपए, सोने की जंजीर और अंगूठियां छीन ली गईं। बाद में कुछ सामान वापस किया गया। उनके अनुसार गांव वालों ने कहा कि उन्हें ब्राह्मण जाति के वक्ता की जरूरत है। जब वे यादव निकले तो कहा गया कि तुम गद्दी पर बैठने लायक नहीं हो।