रायगढ़। CG NEWS: राज्य शासन के निर्देश पर बुधवार को रायगढ़ कलेक्ट्रेट परिसर स्थित सृजन कक्ष में संविधान हत्या दिवस मनाया गया। वर्ष 1975 में देश में लगे आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर इस दिन को भारतीय लोकतंत्र के काले अध्याय के रूप में याद किया गया।
इस अवसर पर आपातकाल के दौरान जेल में बंद किए गए मीसा बंदियों को आमंत्रित किया गया। उन्होंने 1975 में इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल के दौरान अपने साथ हुए दुर्व्यवहार और यातनाओं को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे रातोंरात संविधान को ताक पर रखकर लाखों लोगों की आवाज को दबा दिया गया था।
कार्यक्रम में रायगढ़ जिले के विभिन्न स्कूलों से एनसीसी कैडेट्स ने भाग लिया। अंबेडकर चौक से एक जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें कैडेट्स ने लोकतंत्र की रक्षा का संदेश दिया। कार्यक्रम में अतिरिक्त कलेक्टर अपूर्व प्रियेश टोप्पो मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान एक प्रोजेक्टर प्रजेंटेशन के माध्यम से कैडेट्स को आपातकाल की पृष्ठभूमि, कारण और प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई।
इसमें दिखाया गया कि किस प्रकार तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद रातोंरात आपातकाल की घोषणा की और अपने विरोधियों को जेल में डलवा दिया। कार्यक्रम के समापन के बाद सभी एनसीसी कैडेट्स जिला सैनिक कल्याण विभाग कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने कर्नल आशीष पांडेय से विभाग की कार्यप्रणाली और सैनिकों के कल्याण के लिए चल रही योजनाओं की जानकारी ली।
इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के इस महत्वपूर्ण और गंभीर अध्याय से अवगत कराना था, ताकि वे भविष्य में संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के प्रति सजग और प्रतिबद्ध रहें।