गरियाबंद में रथ नहीं, आस्था का समंदर चलेगा! 27 जून को निकलेगी श्रीजगन्नाथ की ऐतिहासिक रथ यात्रा, तैयारियाँ चरम पर
गरियाबंद | धर्म-संस्कृति डेस्क-
छत्तीसगढ़ का शांत और श्रद्धाभाव से ओतप्रोत नगर गरियाबंद एक बार फिर धर्म की ध्वजा उठाए तैयार है — क्योंकि कल, 27 जून 2025 को यहां निकलेगी श्रीजगन्नाथ की ऐतिहासिक रथ यात्रा। यह न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि गरियाबंद की आस्था, परंपरा और सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रदर्शन भी है।
तीन माह की तपस्या, अब मिलेगी भक्ति की पूर्णता
श्रीजगन्नाथ परिवार युवा बल गरियाबंद पिछले तीन महीनों से इस पावन आयोजन की तैयारियों में दिन-रात जुटा हुआ है। आमंदी ग्राम में परंपरागत काष्ठ और बांस से निर्मित भव्य रथ तैयार किया गया है, जो भगवान के गमन का वाहन बनेगा। रथ की कारीगरी, सजावट और कलात्मकता, श्रद्धा की ऊँचाइयों को छूती है।
‘नवयौवन वेश’ में दर्शन, और फिर मौसी के घर गमन
आज, 26 जून को श्रीजगन्नाथ जी को नवयौवन वेश में सजाया जाएगा। यह परंपरा दर्शाती है कि देव स्नान पूर्णिमा के पश्चात भगवान स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करते हैं। कल जब वे रथ पर आरूढ़ होंगे, तो पूरा नगर जयकारों से गूंज उठेगा। यह यात्रा पुरी की परंपरा से प्रेरित है, लेकिन गरियाबंद की अपनी अद्भुत भव्यता और स्थानीय भावनात्मक जुड़ाव इसे विशेष बनाता है।
नगर में होगा भक्ति का उत्सव, झाँकियाँ, DJ, नृत्य और रोशनी से सजेगा मार्ग
यात्रा दोपहर 4 बजे श्रीजगन्नाथ मंदिर सिविल लाइन से प्रारंभ होकर भूतेश्वरनाथ चौक, तिरंगा चौक, बस स्टैंड, सुभाष चौक होते हुए नगर भ्रमण करेगी।
यात्रा में शामिल रहेंगे:
• सजीव धार्मिक झाँकियाँ
• DJ व भक्ति संगीत से सजी ध्वनि व्यवस्था
• लोकनृत्य, छत्तीसगढ़ी संस्कृति और रंग-बिरंगे सांस्कृतिक दल
• विशेष लाइटिंग, फूलों से सजे वाहन और भक्तों का जनसागर
• सजीव धार्मिक झाँकियाँ
• DJ व भक्ति संगीत से सजी ध्वनि व्यवस्था
• लोकनृत्य, छत्तीसगढ़ी संस्कृति और रंग-बिरंगे सांस्कृतिक दल
• विशेष लाइटिंग, फूलों से सजे वाहन और भक्तों का जनसागर
यह आयोजन धर्म और संस्कृति के मिलन का भव्य संगम होगा।
प्रशासन मुस्तैद, व्यवस्था चाक-चौबंद
जिलाप्रशासन पुलिस विभाग ने भी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
• ट्रैफिक रूट डायवर्जन
• स्वास्थ्य टीम, एंबुलेंस और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र
• हर चौक चौराहे पर पुलिस की तैनाती
• जल सेवा और मोबाइल वॉशरूम की व्यवस्था
हर पहलू पर बारीकी से काम किया गया है ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
गणमान्य अतिथि देंगे पावन उपस्थिति
इस ऐतिहासिक रथ यात्रा में जिले के विधायक, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन तथा हजारों की संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेंगे। आयोजन समिति ने नगरवासियों से अपील की है कि वे इस पावन आयोजन में सहभागी बनें और पुण्यलाभ प्राप्त करें।
रथ यात्रा नहीं, धर्म की चलती हुई गाथा है यह
जब नगर बनेगा तीर्थ, और आस्था बनेगी पर्व
गरियाबंद की धरती पर एक बार फिर धर्म, संस्कृति और लोक परंपरा का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। रथ खिंचेंगे, लेकिन साथ-साथ खिंचेगा समरसता का सूत्र, एकता की डोर और भक्ति का भाव।