नई दिल्ली। Axiom Mission 4 : भारतीय मूल के अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन सुभांशु ने AxiomMission 4 की ऐतिहासिक उड़ान के दौरान अंतरिक्ष से एक भावनात्मक संदेश भेजा है। उन्होंने कहा, “अंतरिक्ष से नमस्कार! मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ यहां आकर रोमांचित हूं।” यह सिर्फ एक वैज्ञानिक मिशन नहीं, बल्कि भारतीय आत्मा का आकाशगामी परिचय भी बन गया है।
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भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व: अंतरिक्ष में ‘हंस’ का संदेश
सुभांशु अपने साथ एक खिलौना हंस लेकर अंतरिक्ष पहुंचे हैं। इसे लेकर उन्होंने कहा- “भारतीय संस्कृति में हंस को ज्ञान, विवेक और आध्यात्म का प्रतीक माना गया है। यह मेरे लिए भारतीय मूल्यों और संस्कृति की स्मृति लेकर आया है।”
हंस का यह प्रतीक मिशन में सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सांस्कृतिक संदेश भी लेकर आया है — यह दर्शाता है कि जब भारत अंतरिक्ष में कदम बढ़ाता है, तो विज्ञान के साथ उसकी आध्यात्मिक विरासत भी उड़ान भरती है।
Axiom Mission 4: निजी और वैश्विक अंतरिक्ष यात्रा की नई शुरुआत
Axiom Mission 4 एक निजी तौर पर संचालित, बहुराष्ट्रीय मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है, जो अंतरिक्ष पर्यटन और अनुसंधान की दिशा में एक नई शुरुआत का प्रतीक है। इस मिशन में सुभांशु की भागीदारी न केवल भारत के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह दर्शाता है कि भारतीय वैज्ञानिक और सैनिक अब वैश्विक अंतरिक्ष मंच पर अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।