बिलासपुर। CG NEWS : सिम्स अस्पताल की स्वच्छता व्यवस्था को बेहतर बनाने और मरीजों को साफ-सुथरे वातावरण में इलाज देने के लिए शुरू की गई साफ सुथरी चार योजना अब अपनी चमक खो चुकी है। योजना के अनुसार अस्पताल में हर रोज साफ चादर बिछाई जानी थी। लेकिन सिम्स की सेंट्रल लांड्री एक पखवाड़े से ठप होने के कारण खून से सनी चादरों को पानी मे डुबो कर फिर वार्डो में भेजा जा रहा है।मजबूरन मरीजो को गंदे और दाग धब्बे वाले चादरों पर लेटकर इलाज कराना पड़ रहा है।
अब हकीकत यह है कि तीन-तीन दिन तक एक ही गंदी चादर बिछी रहती है, तो कहीं चादर होती ही नहीं। हालत यह है कि मरीजों को मजबूर होकर अपने घर से चादरें मंगवानी पड़ रही हैं। इन तस्वीरों में आप खुद देख लीजिए कैसे वाशिंग मशीन के दायर से चादरों को पानी मे डुबो डुबो कर बिना सर्फ साबुन के निकालकर सुखाकर वार्डो में तहाकर भेजा जा रहा है। इस संबंध में सिम्स के अधीक्षक लखन सिंह ने इस बात की खंडन करते हुवे कहा कि हर रोज़ साफ सुथरी चादर मरीजों को दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि अभी मशीन खराब थी उसके बाद भी उनके पास इतना चादर है की कम से कम एक हफ्ता को रिकवर किया जा सके।
अधीक्षक ने कहा कि सभी वार्डों में साफ-सुथरी चादरें, तकिए और कवर देने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं। अगर किसी वार्ड में इस प्रकार की लापरवाही हो रही है, तो संबंधित प्रभारी को नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा।