गरियाबंद, 29 जून 2025।
रेत माफिया हो जाएं सावधान! गरियाबंद प्रशासन ने अब अवैध खनन के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का बिगुल फूंक दिया है। विधायक रोहित साहू, कलेक्टर बी.एस. उइके और एसपी निखिल राखेचा के सख्त तेवर के बाद गठित हुई संयुक्त टास्क फोर्स ने आज रविवार को चौबेबांधा क्षेत्र से एक हाईवा को जब्त कर कार्रवाई की शुरुआत कर दी है।
ऑपरेशन क्लीन शुरू – दिन-रात निगरानी में जुटी टीमें
अब पूरे जिले में रेत खदानों, स्टॉक प्वाइंट्स और ट्रांसपोर्ट रूट्स पर 24×7 निगरानी की जा रही है। चौबेबांधा से जब्त हाईवा इस बात का संकेत है कि अब जुर्माने से आगे बढ़कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की शुरुआत हो चुकी है।
बैठक में साफ संदेश – अब बख्शा नहीं जाएगा
शुक्रवार को आयोजित विशेष समीक्षा बैठक में विधायक रोहित साहू ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया –
“रेत और खनिज माफियाओं के खिलाफ अब ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई जाए। लापरवाही करने वालों पर भी होगी कड़ी कार्रवाई।”
कलेक्टर बी.एस. उइके और एसपी निखिल राखेचा ने भी दो टूक कहा –
“अब सिर्फ चालान नहीं, FIR और गिरफ्तारी की कार्रवाई होगी।
टास्क फोर्स का प्लान –
1. संयुक्त गश्ती दल – पुलिस, खनिज, वन और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम
2. सीसीटीवी निगरानी – चिन्हित इलाकों में कैमरे और ड्रोन से निगरानी
3. नाकेबंदी अभियान – प्रमुख रूटों पर नाके लगाकर संदिग्ध वाहनों की जांच
4. कड़ी सजा – अवैध खनन पर FIR, वाहन ज़ब्ती और लाइसेंस निरस्तीकरण
जनता से अपील – सहयोग करें, गुप्त सूचना दें
टास्क फोर्स ने आम जनता से भी अपील की कि वे रेत माफियाओं की गतिविधियों की सूचना प्रशासन को दें, और इस लड़ाई में सहभागी बनें। उन्होंने कहा –
“यह सिर्फ सरकारी कार्रवाई नहीं, बल्कि जन आंदोलन है – नदियों को बचाने, राजस्व की रक्षा करने और गरीब मजदूरों का शोषण रोकने का।”