बिलासपुर। CG NEWS : जिले में इन दिनों सुशासन तिहार की धूम मची है, लेकिन इसी बीच कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम सेमरताल में एक फार्महाउस पर पुलिस की छापेमारी ने सत्ता के साये में पनपते अपराध का पर्दाफाश कर दिया। यह फार्महाउस किसी आम व्यक्ति का नहीं, बल्कि भाजपा पार्षद रूपाली गुप्ता के भतीजे अंकुश गुप्ता का बताया जा रहा है, जहां जुए की महफिल सजी थी। दोपहर में कोनी पुलिस और सीपत पुलिस ने संयुक्त रूप से दबिश देकर कुल 17 जुआरियों को रंगे हाथों पकड़ा। छापे में ₹1,13,000 नगद और 52 ताश की पत्तियाँ बरामद की गईं, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि कार्यवाही रात 11.30 बजे तक टलती रही। हर बार थाने से यही जवाब मिलता रहा कि कार्रवाई चल रही है, अभी नहीं बता सकते।
जब मीडिया ने कोनी टीआई से जानकारी मांगी तो उन्होंने टालने वाला जवाब दिया, इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की हिचक, देरी और भ्रम साफ इशारा कर रही है कि मामला केवल जुए का नहीं, रसूखदारों के दबाव और राजनीतिक हस्तक्षेप का भी है। पकड़े गए आरोपियों में रामभजन साहू, लाला राम साहू, दुर्गेश मानिकपुरी, डोमन राजपूत, भागवत साहू, बसंत राजपूत, रामेश्वर वर्मा, विनय शर्मा, मनोज सिंह, गणेश वर्मा, प्रतीक यादव, उत्तम देवांगन, लक्ष्मण साहू, नीरज सोनी, विजेंद्र मिश्रा, अनिवेश रजक और फार्महाउस मालिक अंकुश गुप्ता शामिल हैं। दबिश के बाद कई रसूखदार थाना तक पहुंच गए और पार्षद के रिश्तेदार को बचाने एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा दिया। यही नहीं, सूत्रों के अनुसार कुछ नेताओं ने पुलिस अधिकारियों को फोन कर कार्रवाई न करने का भी दबाव बनाया। ऐसे में जब सत्ता के करीबी लोग कानून की धज्जियां उड़ाएं और पुलिस सिर्फ ‘प्रेस नोट’ तक सीमित रह जाए, तो सुशासन तिहार महज़ पोस्टर की शोभा बनकर रह जाता है।