दुर्ग। CG NEWS:महान विचारक, अखंड भारत के स्वप्न दृष्टा, कवि,भारतीय जनसंघ संघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जयंती के अवसर पर दुर्ग जिला में भाजपा कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने अर्पित की | इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, उपाध्यक्ष दिलीप साहू,विनायक नातू, वरिष्ठ भाजपा नेता शिव चंद्राकर, प्रितपाल बेलचंदन, अजय तिवारी, संतोष सोनी उपस्थित रहे |
इस मौके पर दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के रूप में भाजपा केंद्र सहित अनेक राज्यों में सत्तासीन है जो हमारे महापुरुषों की तपस्या व बलिदान के कारण ही संभव हो पाया है। डॉ. मुखर्जी के आदर्शों को अपनाकर उनके विचारों को साकार रूप प्रदान करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
ललित चंद्राकर ने कहा कि जिस प्रकार लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने खंड-खंड हो रहे देश को अखंड बनाया, उसी प्रकार डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अखंड भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए अपना पूरा जीवन अर्पित कर दिया। डॉ. मुखर्जी केवल राजनीतिक कार्यकर्ता नहीं थे। उनके जीवन से ही राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को सीख लेनी चाहिए ।
उनका स्वयं का जीवन प्रेरणादायी, अनुशासित तथा निष्कलंक था। राजनीति उनके लिए राष्ट्र की सेवा का साधन थी। डॉ. मुखर्जी ने राष्ट्रनीति के लिए राजनीति में पदार्पण किया। वे देश की सत्ता चाहते तो थे, किंतु उनका विचार था कि सत्ता उनके हाथों में जानी चाहिए, जो राजनीति का उपयोग राष्ट्रनीति के लिए कर सकें। आज केंद्र समेत विभिन्न राज्यों में सत्तारूढ़ भाजपा उनके आदर्शों से अनुप्राणित होकर कार्य कर रही है।
जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेन्द्र कौशिक ने इस अवसर पर कहा कि आजाद भारत के इतिहास में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी एक ऐसे नाम हैं, जिनके लिए देश की एकता और अखंडता से बढ़कर कुछ भी नहीं था। उत्तर में कश्मीर से लेकर पूर्व में बंगाल तक, उन्होंने देश की इंच-इंच भूमि के लिए संघर्ष किया और जम्मू-कश्मीर से दो प्रधान, दो विधान, दो निशान समाप्त करने के संघर्ष में शहीद तक हो गए।
जनसंघ की स्थापना से उन्होंने एक ऐसा राजनीतिक विकल्प दिया, जिसके मूल में भारतीयता थी। कौशिक ने आगे कहा कि एक दक्ष राजनीतिज्ञ, विद्वान और स्पष्टवादी के रूप में वे अपने मित्रों और शत्रुओं द्वारा सामान रूप से सम्मानित थे। एक महान देशभक्त और संसद शिष्ट के रूप में भारत उन्हें सम्मान के साथ याद करता है।
जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेन्द्र कौशिक ने आगे कहा कि 1950 में भारत की दशा दयनीय थी। इससे डॉ. मुखर्जी के मन को गहरा आघात लगा। उनसे यह देखा न गया और भारत सरकार की अहिंसावादी नीति के फलस्वरूप मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देकर संसद में विरोधी पक्ष की भूमिका का निर्वाह करने लगे। एक ही देश में दो झंडे और दो निशान भी उनको स्वीकार नहीं थे। अतः कश्मीर का भारत में विलय के लिए डॉ. मुखर्जी ने प्रयत्न प्रारंभ कर दिए। इसके लिए उन्होंने जम्मू की प्रजा परिषद पार्टी के साथ मिलकर आंदोलन छेड़ दिया।
मै महान विचारक, हम सब के प्रेरणापुंज व सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के सच्चे उपासक श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को उनकी जयंती पर उन्हें नमन करता हूँ।
आयोजित कार्यक्रम में मंत्री दीपक चोपड़ा, आशीष निमजे, सह कोषाध्यक्ष नीलेश अग्रवाल, कार्यालय मंत्री मनोज सोनी ,सह कार्यालय मंत्री अनूप सोनी, सोशल मीडिया संयोजक रजनीश श्रीवास्तव, आईटी सेल जिला संयोजक जितेंद्र सिंह राजपूत ,मंडल भाजपा अध्यक्ष महेंद्र लोढा, सरिता मिश्रा ,संतोष सोनी, दिव्या कलिहारी, अनूप गटागट, अमित पटेल, नवीन साहू, साजन जोसेफ, गायत्री वर्मा, जय राजपूत ,डॉ भारती साहू, सरिता चंद्राकर, क्षमा तिवारी, रानी सोनी, गोविन्द देवांगन, मनीष भंडारी, महेश जैन, विजय ताम्रकार, विनोद चंद्राकर सहित बडी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे |