बिलासपुर। CG NEWS : जहां एक ओर नेता लोग विकास की गंगा बहाने की बात करते हैं। वहि संभाग मुख्यालय से लगा हुआ एक ऐसा छेत्र है। जहां आज भी सड़क नहीं बन पाई है। जबकी यह इलाका नगर पालिका परिषद के अंतर्गत आता है। जबकि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष यहां से चार बार विधायक है। विकास की बात करने वाले नेताओं के क्षेत्र में आज तक सड़क नहीं बन पाई है इसको आप किस विश्वास की दृष्टि से देखते हैं। इसे आप खुद समझ सकते हैं।
देश को आजाद हुए लगभग आठ दशक होने को हैं। देश डिजिटल इंडिया की तरफ बढ़ रहा है। पर, कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां आज भी विकास की किरण नहीं पहुंची है। ऐसा ही हाल बिल्हा ब्लॉक के नगर पालिका परिषद बोदरी के वॉर्ड नंबर 10 दडहा का है जहां आजादी के सात दशक बीतने के बाद भी आज तक गांव तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं बनी है। गांव में सड़क न होने के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जबकि इस गांव की दूरी पालिका मुख्यालय से मात्र 3 किलोमीटर है। गांव में बीमार पड़ने पर लोग पीड़ित को ऑटो पर लादकर अस्पताल ले जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हर बार चुनाव के समय नेताओं के द्वारा सड़क बनाने का आश्वासन दिया जाता है, लेकिन चुनावों के बाद कोई भी नेता गांव की तरफ नहीं देखता है। लोगों ने बताया कि जिलाधिकारी से लेकर कई नेताओं और मंत्रियों को भी गांव में सड़क निर्माण के लिए आवेदन दिया। लेकिन इसके बावजूद भी आज तक प्रशासन ने गांव में सड़क निर्माण के लिए कोई कदम नहीं उठाया है।गांव में सड़क नहीं होने से आने-जाने में लोगों को काफी परेशानी होती है। बीमारी की हालत में मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में काफी समय लग जाता है। उन्होने बताया कि सड़क नही बनने के कारण उन्होने 2023 के विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया था। इसके बैड लोकसभा की समय छेत्र के नेताओ के द्वारा आश्वाशन देकर मतदान कराया गया है। उसके बाद ही आज तक सड़क नही बन पाई है।
इस गांव में बसे ग्रामीण आज रास्ते के समस्या से जूझ रहे हैं। ये गांव एक तरफ से पुरे रेलवे लाइन से घिरा हुआ है। इस गांव में आने जाने के सिर्फ एक कच्चा रास्ते है. जो मुख्य सड़क से 5 किलोमीटर अंदर है और वो भी पगडंडी की तरह है. जिसमें बरसात के समय कीचड़ के कारण लगभग रास्ता बंद होने जैसा हो जाता है. यहां के ग्रामीण गिरते पड़ते हुए जान को जोखिम मे डालकर आना जाना करते हैं। पक्की सड़क न होने के कारण बच्चों को स्कूल ले जाने के लिए गांव में कोई वाहन नहीं आता है। इससे गांव से चार किलोमीटर दूर रोड तक पैदल आना पड़ता है। रोड नही होने के कारण स्कूली बच्चे भी जान हथेली पर लेकर रेलवे लाइन पार कर स्कूल पढ़ने जाते हैं। जिससे कभी भी बहुत बड़ी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
गांव तक आने वाले रास्ते पर कीचड़ होने के कारण कारण वाहन चलाने में काफी परेशानी होती हैं। जिससे आए दिन राहगीर गिरकर चोटिल होते हो जाते हैं। इस विषय में नगर पालिका बोदरी के अध्यक्ष प्रतिनिधि विजय वर्मा भा, ने कहा कि उनके द्वारा अपने कार्यालय में इस रोड को बनवाने का पुरा पुरा प्रयाश किया जाएगा।
ग्रामीणों ने बताया कि चुनाव में हमेशा नेताओ के द्वारा आश्वासन दिया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि चुनावो में वोट मांगने के लिए आने वाले नेताओं ने सड़क बनवाने का आश्वासन देकर वोट तो ले लिया, लेकिन बाद में इस गांव की ओर मुड़कर नहीं देखा। बरसात के दिनों में इस सड़क पर वाहन तो दूर पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है। इस दौरान यदि कोई बीमार हो जाए या महिला को प्रसव के लिए अस्पताल ले जाना पड़े तो चारपाई पर लेकर जाना पड़ता है।