रवि विदानी, महासमुंद। Mahasamund: जिले में पटवारियों के कारनामे किसी से छुपे नहीं है, एक के बाद एक नित नए कारनामे देखने को मिल रहे हैं, और इन पटवारियों पर जिला प्रशासन की कार्रवाई ना के बराबर ही रही है। ऐसा ही एक मामला फिर महासमुंद जिले में सामने आया है, जहां पटवारी ने गलत तरीके से दो ग्रामीणों की जमीन अपने रिश्तेदार के नाम पर चढ़ा कर बेचने की नाकाम कोशिश की है।
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हम बात कर रहे हैं महासमुंद जिले के ग्राम खैरझिटी पटवारी हल्का नंबर 6 की। खैरझिटी के पटवारी धर्मेंद्र मन्नाडे ने डेरहू राम साहू पिता आशा राम साहू की लगभग 5 एकड़ जमीन को और देवनारायण साहू पिता आशा राम साहू की 80 डिसमिल खेती की जमीन को पटवारी ने अपने रिश्तेदार पुष्पेंद्र पिता कांशीराम के नाम में परिवर्तित कर जमीन को कुछ खरीदारों के पास बेंच दी। रजिस्ट्री के दो दिन पूर्व 29 जून 2025 को ग्रामीणों को मामले की जानकारी तब हुई जब खरीदार बेची गई जमीन का मुआयना करने ग्राम पंचायत पहुंचे थे।
किसानों की जमीन बेचे जाने की जानकारी मिलते ही किसान 30 जून 2025 को रजिस्टर के कार्यालय पहुंचे और रजिस्ट्री पर अपनी आपत्ति दर्ज करने आवेदन देकर मामले की शिकायत कलेक्टर कार्यालय में किया गया है।
हम आपको बता दें कि पटवारी धर्मेन्द्र मन्नाडे ने 2023 में ग्रामीणों की जमीन अपने रिश्तेदार के नाम पटवारी रिकॉर्ड में गुपचुप तरीके से चढ़ा लिया था। ग्रामीणों का कहना है कि पटवारी धर्मेन्द्र मन्नाडे पटवारी होने के आड़ लेकर जमीन की खरीद फरोख्त में शामिल रहता है। कह सकते हैं कि पटवारी जमीन की दलाली करता है। पटवारी की शिकायत के बाद अब तक जिला प्रशासन ने सिर्फ अब तक ग्रामीणों को आश्वासन मात्र दिया है। ग्रामीण न्याय के लिए कलेक्टर और तहसीलदार के दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं।
पीड़ित किसान देवनारायण साहू
पीड़ित किसान डेरहू राम साहू
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