सक्ती,भरत सिंह चौहान। CG NEWS: जहां एक ओर देशभर में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले से एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है। मालखरौदा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम कलमी में रतन लाल चंद्रा नामक व्यक्ति द्वारा बिजली लाइन के लिए दर्जनों हरे-भरे पेड़ों की कटाई कर दी गई—वो भी बिना किसी विभागीय अनुमति के।
कीमती पेड़, लापरवाह रवैया
स्थानीय ग्रामीणों और सूत्रों के मुताबिक, रतन लाल चंद्रा ने अपने प्लायवुड फैक्ट्री तक बिजली लाइन खिंचवाने के लिए सड़क किनारे लगे बबूल, अर्जुन जैसे कीमती और छायादार पेड़ों की अंधाधुंध कटाई करवा दी। एक ओर देश में जहां लाखों लोग पर्यावरण बचाने के लिए एक-एक पौधा लगाने को प्रेरित कर रहे हैं, वहीं इस तरह की लापरवाही से शासन की नीतियों को गहरा आघात पहुंचता है।
बिना अनुमति हुई कटाई, विभाग अनजान
जब बिजली विभाग, वन विभाग और ग्राम सरपंच दूजराम साहू से संपर्क किया गया, तो सभी ने स्पष्ट किया कि पेड़ों की कटाई की कोई अनुमति नहीं दी गई है। इस बयान ने मामले को और गंभीर बना दिया है। सवाल ये उठता है कि जब जिम्मेदार विभागों ने अनुमति नहीं दी, तो यह गैरकानूनी कार्य कैसे अंजाम दिया गया?
क्या होगी कार्रवाई?
अब बड़ा सवाल ये है कि क्या वन विभाग दोषियों पर कार्रवाई करेगा या फिर यह मामला भी फाइलों में दबा दिया जाएगा? स्थानीय लोगों और पर्यावरण प्रेमियों ने इस अवैध कटाई पर नाराजगी जाहिर की है और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।